Tuesday, January 21, 2025

सास को देवी मान 11 बहुओं ने बनवा दिया मंदिर, सुबह-शाम करती है….

आप सबने कभी न कभी सास-बहू के नमकीन रिश्ते की कहानी तो सुनी ही होगी। इनमें एक खड़ूस सास अपनी नखरीली बहुओं का जीना मुश्किल कर देती है। इसकी वजह से बहुएं या तो सास पर जुल्म ढाने लगती हैं या फिर उनसे पलड़ा झाड़ लेती हैं।

लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि सास-बहू के बीच इतना गहरा संबंध हो गया कि बहुओं ने अपनी मां समान सास का मंदिर ही बनवा दिया हो?

बहुओं ने बनवाया सास का मंदिर

जी हां, छत्तीसगढ़ के रतनपुर गांव के रहने वाली एक ही परिवार की 11 बहुओं ने ये कारनामा करके दिखाया है। उन्होंने अपनी सास का मंदिर बनवाकर सास-बहू के रिश्ते की नई मिसाल कायम की है।

यूं तो सास-बहू का रिश्ता किसी चूहे-बिल्ली से कम नहीं होता है। दोनों को एक-दूसरे का रहन-सहन बिल्कुल भी नहीं भाता है। लेकिन इन धारणाओं को रतनपुर की निवासी गीता देवी के परिवार ने पूरी तरह से गलत साबित करके दिखाया है।

बहुएं करती हैं भजन-कीर्तन

गीता देवी की बहुंओं ने घर के बाहर उनका भव्य मंदिर बनवाया है। इतना ही नहीं इस मंदिर में रखी मूर्ति को सोने-चांदी के गहनों से सजाया भी गया है। इसके अलावा महीने के अंत में ये बहुएं अपनी सास के मंदिर में बैठकर कीर्तन-भजन भी करती हैं।

2010 में तैयार हुआ था मंदिर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रतनपुर निवासी शिवप्रसाद तंबोली के परिवार में कुल 39 सदस्य हैं। इनमें उनके बेटे-बहू और बच्चे शामिल हैं। शिवप्रसाद की पत्नी गीता देवी का निधन एक लंबी बीमारी से जूझने के कारण साल 2010 में हो गया था। इस वजह से बहुओं को सास की कमी खलती थी। इसलिए उन्होंने अपनी प्यारी सास का मंदिर ही मंदिर ही बनवा डाला। इस मंदिर में अब सारी बहुएं मिलकर सुबह-शाम आरती करती हैं साथ ही अपनी सास को भोग लगाती हैं।

सास-बहू के बीच मां-बेटी का रिश्ता

वहीं, इस अनोखे कारनामे को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि गीता देवी ने कभी अपनी बहुओं को बेटियों से कम प्यार नहीं दिया। उन्होंने कभी अपने बेटे और बहू में फर्क नहीं समझा। यही वजह है कि बहुएं सास को भगवान से ऊपर दर्जा देती हैं।

लोगों का मानना है कि गीता देवी का यह संयुक्त परिवार समाज के हर एक वर्ग के लिए मिसाल बनकर उभरा है।

 

Latest news
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here