अक्षय कुमार यशराज फिल्म्स के प्रोडक्शन में बनी पृथ्वीराज में सम्राट की भूमिका निभाते दिखाई देंगे। यशराज फिल्म्स की पिछली रिलीज जायेशभाई जोरदार थी, जो बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुँह गिरी। अक्षय ने यशराज के साथ ‘ये दिल्लगी’ में पहली बार काम किया था, जिसमें उनके साथ सैफ और काजोल थे।
एक फ्लाइट मिस करने से मिली पहली फ़िल्म
अक्षय कुमार ने ‘सौगंध’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। उस फिल्म में महाभारत से प्रसिद्ध हुए मुकेश खन्ना और राखी गुलज़ार भी थे। उनकी पहली फ़िल्म नही चली लेकिन कई निर्देशक उनके एक्शन दृश्यों से काफी प्रभावित हुए थे। अक्षय बताते हैं कि अगर वे अपनी एक फ्लाइट मिस न करते तो शायद उन्हें उनकी पहली फ़िल्म नही मिलती।
दरअसल फिल्मों के लिए संघर्ष करते समय वे मॉडलिंग किया करते थे। उन्हें शूट के लिए बैंगलोर निकलना था। वे अपनी फ्लाइट मिस कर गए लेकिन शाम को उन्हें मूवी के लिए साइन कर लिया गया था।
जिस बंगले पर फोटोशूट करते समय खदेड़ा गया आज उसी के हैं मालिक
अक्षय को एक प्रोजेक्ट के लिए मुंबई में बीच के किनारे स्थित एक बँगले के बाउंडरी वाल पर चढ़कर फोटोशूट करवाना था। बंगले से उन्हें भगा दिया गया। और अक्षय बताते हैं कि ये इत्तेफाक ही है कि आज अक्षय उसी बंगले के मालिक हैं। अक्षय ने इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने बदला लेने के इरादे से उस बंगले को नही खरीदा था। वो कहते हैं ना कि वक़्त सबका बदलता है।
ट्विंकल को लगता था कि अक्षय ‘गे’ हैं
अक्षय और ट्विंकल जब शादी के लिए सहमत हो चुके थे तो उन्होंने ये बात अपने घरवालों को बताने का निर्णय लिया। जब ट्विंकल अपनी माँ के पास अक्षय संग शादी की बात करने पहुँची तब उन्होंने सीधे मना कर दिया। डिंपल ने कहीं से सुन रखा था कि अक्षय कुमार समलैंगिक हैं। ट्विंकल और अक्षय को पहले तो बहुत आश्चर्य हुआ लेकिन बाद में डिम्पल समझ गईं कि ये सब अफवाह है।
यश राज चोपड़ा ने अक्षय को फीस देने से कर दिया था मना
बात उन दिनों की है जब अक्षय की लगातार फिल्में फ्लॉप हो रही थी। ये उसी दौर की बात है जब उन्होंने लगातार 14 फ्लॉप फिल्में दे डाली थी। उसी दौरान अक्षय ने यश राज की ‘दिल तो पागल है’ में लंबा कैमियो किया था। जब अक्षय अपनी फीस मांगने गए तो यश राज ने फीस देने मना करते हुए कहा कि, आपको यश राज जैसे बैनर के साथ काम करने को मिला यही काफी है। शायद उन्हें लगा होगा कि अक्षय के करियर का अंत आ चुका है।
कुछ सालों के बाद जब वक़्त का पहिया पलटा तो यश राज को अक्षय की दरकार पड़ी। 2007 में अक्षय ने लगातार 4 हिट फिल्में दी थी। हेरा फेरी के बाद वे कॉमेडी किंग कहलाने लगे थे। ये वो दौर था जब अक्षय बहुत कम एक्शन फिल्म किया करते थे। तभी यशराज ने उन्हें टशन फ़िल्म का ऑफर दिया।
महेश भट्ट ने फर्नीचर से की थी अक्षय की तुलना
अक्षय की शुरुआती फिल्मों में वे जमकर एक्शन करते थे लेकिन उनकी एक्टिंग में दम नही होता था। तब महेश भट्ट ने कहा था कि अक्षय और फर्नीचर दोनों ही डेड हैं। आप उन्हें सिर्फ सजाने के लिए रख सकते हैं। वर्ष 2016 में आई रुस्तम के लिए उसी अक्षय को राष्ट्रीय फ़िल्म पुरुस्कार दिया गया। ये कहानी बतलाती है कि मेहनत करने से समय हमेशा पलटता है। और जब वक़्त पलटता है तब आप को बोलने की ज़रूरत नही होती, तब आपका काम बोलता है।