हम जिन चीज़ों का रोज़मर्रा के तौर पर सेवन करते है, उनमे कुछ ऐसे तत्व और पोषण पाए जाते है जिनके बारे में हमे पता ही नहीं होता और वही पोषण तत्व हमे कई तरह की जानलेवा बीमारियों से और उन्हें ठीक करने में मदद करते है. ऐसे में हम कई बार कुछ खाने की चीज़ो को नज़रअंदाज़ भी करते है बिना उसकी महत्ता जाने.
खाने की इन्ही चीज़ो में से एक जैतून का तेल , जिसके बारे में अपने सुना ज़रूर होगा पर इस्तेमाल शायद ही किया हो. इस आर्टिकल के बाद आप जैतून के तेल को ज़रूर इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे. आइये जानते है जैतून किन मायनो में फायदेमंद है.
क्या है जैतून का तेल ?
इसकी विशेषता जानने से पहले हम जान लेते है कि जैतून आखिर है क्या. आपने अक्सर सोशल मीडिया पर खाने की वीडियोस में लोगो को ओलिव ऑइल इस्तेमाल करते देखा होगा, ओलिव ऑइल को ही हिंदी में जैतून का तेल बोला जाता है. यह तेल जैतून से निकला जाता है. यदि आपको इसके इस्तेमाल के बारे में नहीं पता तो आपको बता दें कि यह तेल ज़्यादातर सलाद की ड्रेसिंग करने में और खाने के व्यंजन बनाने में इस्तेमाल किया जाता है.
इस तेल की कई अन्य वैराइटी भी है जैसे – वर्जिन ऑलिव ऑयल, शुद्ध ज़ैतून का तेल, रिफाइन्ड ज़ैतून और ज़ैतून खली का तेल, इन सबसे हटके अगर बात करें तो जैतून का वर्जिन ऑइल सबसे अच्छा माना जाता है. और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रिफाइंड और जैतून खली का तेल बचे हुए जैतून से निकलकर बनाया जाता है इसलिए खराब भी माना जाता है. उसमे पोषण की बहुत कम मात्रा होती है.
काटता है कई बीमारियां
वैसे तो जैतून का तेल कई बिमारियों में लाभदायक साबित होता है, वह भी इसलिए क्योंकि इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड की भरपूर मात्रा होती है, यह मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड शरीर में ख़राब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने में भी सहायक होता है. शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज़्यादा होने से बीमारी में जटिलता पैदा होने का खतरा रहता है. शोधकर्ताओं और अध्ययन की मानें तो एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों के कारण ऑक्सीडेटिव क्षति को कम कर सकता है जो कैंसर का कारण बनते हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की अधिक जैतून का सेवन लोगो को हृदय रोग के जोखिम से 19 प्रतिशत तक बचा सकता है, सिर्फ इतना ही नहीं कैंसर का जोखिम भी 17 प्रतिशत कम हो जाता है. अब तेल का मात्रा से अधिक सेवन आपके वज़न पर असर डाल सकता है. ज़रूरत से ज़्यादा कैलोरी आपका वज़न बढ़ा सकती है. इसलिए ठीक मात्रा में इसका सेवन करना भी ज़रूरी है.