देश में नवजात शिशुओं को चोरी कर उनका मुंह मांगे दामों में सौदा करने का व्यापार एक बड़ी समस्या बन गया है। ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम से सामने आया है। दरअसल, यहां एक कैब चालक की सतर्कता और उसकी सूझ-बूझ ने बच्चा चोरी करने वाले गैंग का खुलासा किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने दो मासूम बच्चियों को बरामद किया है, इनका जन्म 25 दिन पहले हुआ है। इस पूरे मामले में पुलिस ने 4 महिलाओं सहित 1 युवक को गिरफ्तार किया है।
बता दें, गुरुग्राम के नाथूपुर निवासी उमेश लोहिया ने शुक्रवार शाम पुलिस को सूचना दी कि उनकी कैब में तीन लोग सवार थे जिनपर उन्हें बच्चों को चोरी करने का शक था। इसपर पुलिस ने उन्हें सतर्कता के साथ डीएलएफ फेज तीन थाने आने के लिए कहा। जिसके बाद उमेश ने गाड़ी को सीधा वहीं जाकर रोका।
महिलाओं ने दिया हाथ, उमेश ने रोकी कार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुग्राम निवासी उमेश पेशे से कैब ड्राइवर हैं। शुक्रवार सुबह वे अपनी कार से दिल्ली के रजौरी गार्डन स्थित प्लॉट पर गए थे। देर शाम वहां से लौटते वक्त धौला कुआं के पास दो महिलाओं ने उनको रुकने का इशारा किया। उमेश ने बताया कि उनकी गोद में दो बच्चियां थीं इस वजह से उन्होंने कार रोक दी। दोनों महिलाओं के साथ एक व्यक्ति भी था। वे तीनों कार में सवार होकर इफको चौक के लिए रवाना हो गए।
4000 रुपये में तय हुआ सफर
रास्ते में युवक ने लोहिया से पूछा कि क्या वे उन्हें अलवर छोड़ सकते हैं इसपर उमेश ने कहा कि 3000 रुपये भाड़ा लगेगा। यह सुनकर उन्होंने हामी भर दी और कहा कि अलवर से छोड़ने के बाद हमें दिल्ली के रघुबीर नगर छोड़ना होगा जिसके लिए वे 4000 रुपये देंगे।
केमिस्ट की शॉप पर रुकी कार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खेड़की दौला टोल के निकट लोहिया ने गाड़ी में सीएनजी भरवाई उसके बाद वे अलवर के लिए रवाना हो गए। तभी कार में बैठी महिलाओं ने कैब चालक से किसी केमिस्ट शॉप पर रोकने का आग्रह किया। उन्होंने वजह बताई की बच्चों के लिए दूध की शीशी लेनी थी। तभी लोहिया ने मानेसर के पास कार रोक दी और गाड़ी में बैठा शख्स जरुरत की चीजें लेने के लिए चला गया।
‘मुझे तीन लाख रुपये चाहिए’
इस दौरान गाड़ी में बैठी महिलाओं के पास किसी का फोन आया और वे आपस में बात करने लगीं कि हमें तीन लाख रुपये चाहिए नहीं तो सौदा कैंसिल। महिलाओं की इस बात पर लोहिया को शक हुआ कि इन लोगों का संबंध बच्चा चोर गिरोह से है, ये बच्चियां उनकी नहीं है। लोहिया का शक यकीन में तब बदला जब कार सवार महिलाओं ने रास्ते में ही अलवर जाने से इनकार कर दिया और उन्हें वापिस ले जाने को कहा।
अब कैब चालक लोहिया को पूरी तरह से यकीन हो गया था कि इन लोगों ने नवजात शिशुओं को चोरी किया था और सौदा कैंसिल होने की वजह से इन्होंने अलवर जाने का इरादा त्याग दिया।
सामान का बहाना करके थाने पहुंचा कैब चालक
पुलिस के मुताबिक, कैब चालक ने इस मौके पर अपनी सूझ-बूझ का परिचय देते हुए उनसे कहा कि फेज 3 मेट्रो स्टेशन के पास उन्हें कुछ काम है वहां समय लग जाएगा उसके बाद वे उन्हें गे छोड़ देंगे। इसपर कार सवार मान गए। जिसके उमेश ने गाड़ी को सीधा ले जाकर फेज तीन पुलिस थाने पर रोका।
जानकारी के अनुसार, थाने पहुंचते ही पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चियों को उनके कब्जे से मुक्त कराकर बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) फरीदाबाद के हाथों सौंप दिया।
4 महिलाओं सहित 5 गिरफ्तार
गौरतलब है, इस पूरी घटना पर एसीपी (क्राइम) प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि आरोपियों की पहचान राजस्थान के अलवर में ट्रांसपोर्ट नगर की रहने वाली सुरिंद्र कौर, थाना गोविंदगढ़ के गांव दोगांडी निवासी हरजिंदर सिंह और दिल्ली के रोहिणी निवासी नेहा के रूप में हुई। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने शनिवार शाम दिल्ली से पूजा और वीणा नाम की दो और महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
कैब चालक को मिलेगा इनाम
उधर, पुलिस कमिश्नर के राव ने कैब चालक उमेश लोहिया की समझदारी की सराहना करते हुए उन्हें 25000 रुपये इनाम और प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित करने की घोषणा की है।