मामला झारखंड (Jharkhand) के गढ़वा जिले का है। जहां के एक अस्पताल में एक इंजीनियर ऑपरेशन करते हुए पकड़ा गया है। खबरों के मुताबिक अस्पताल में डॉक्टर था ही नहीं । जिस समय जांच अधिकारी अस्पताल में जांच करने पहुंचे तो वहां जाकर पता चला कि अस्पताल में एक इंजीनियर प्रेग्नेंट महिला का ऑपरेशन कर रहा है
कमाल की बात यह है कि जो शख्स महिला का ऑपरेशन कर रहा था उसका और ना कोई मेडिकल की डिग्री है ना ही उसका चिकित्सा के पीछे से कोई लेना-देना है बल्कि वह इंजीनियरिंग का डिग्री धारी है।
गढ़वा के उपायुक्त रमेश घोलप को जब किसी ने सूचना दी कि अस्पताल मैनेजमेंट के पास किसी डॉक्टर की व्यवस्था नहीं है बल्कि यह अस्पताल अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा है तो सूचना पाकर अधिकारी अस्पताल पहुंचे अस्पताल में जांच के दौरान यह पाया गया कि वहां पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं है बल्कि एक मैनेजमेंट स्टाफ का सदस्य खुद ही ऑपरेशन कर रहा है जिसे उन्होंने वही पकड़ लिया ।
पकड़े गए युवक का नाम बीरेंद्र पाल है और वह फर्जी डॉक्टर बनकर ऑपरेशन कर रहा था । घटना में कुछ अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की संलिप्तता होने का भी अंदेशा जताया जा रहा है जो मरीजो को डर दिखाकर फर्जी अस्पताल में पहुंचाते थे ।
फर्जी अस्पताल पकड़े जाने के बाद हॉस्पिटल को सील कर दिया और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दे दिए गए। बताया जा रहा है कि जिले में ऐसे कई अन्य अस्पताल भी संचालित है जिनके खिलाफ प्रशासन जांच कर रहा है।