कहते हैं बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपइया…आज के इस दौर में यह कहावत पूरी तरह से सटीक बैठती है। महंगाई के इस दौर में इंसान पैसों से रिश्तों को तोलने लगा है। चंद पैसों की लालच में इंसान अपना ईमान तक बेचने को तैयार हो जाता है।
ऐसे में ईमानदारी की किसी भी व्यक्ति से उम्मीद करना सिवाए व्यंग्य के और कुछ नहीं है। आज के ज़माने में ईमान महज़ एक शब्द के सिवाए और कुछ नहीं है।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसी घटना के विषय में बताने जा रहे हैं जिसमें एक बच्ची ने अपने कारनामे से ईमानदारी की नई मिसाल पेश की है।
यह अनोखा मामला मध्य प्रदेश के रायसेन जिले से सामने आया है। यहां एक 13 वर्षीय बच्ची ने लाखों रुपये के जेवहरात से भरा बैग पुलिस को लौटाकर ईमानदारी की नई इबारत लिखी है।
पिता से मिली ईमानदारी की सीख
बता दें, एक गरीब परिवार में जन्मी रीना को ईमानदारी का पाठ उसके पिता मंगल सिंह हरिजन ने पढ़ाया है। वह अपनी बच्ची को हमेशा ईमानदारी के रास्ते पर चलने की सीख देता है। इसी का फल है कि लाखों रुपयों के जेवरों से भार बैग देखकर भी मासूम का ईमान नहीं डोला और उसने पिता के साथ मिलकर इस पूरे मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को देने का फैसला किया।
घर लेकर पहुंची बैग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोपहर के वक्त रीना अपने स्कूल से घर को लौट रही थी। इस दौरान रास्ते में उसे एक बैग पड़ा मिला। जब उसने उस बैग को खोलकर देखा तो उसमें सोने-चांदी के लाखों जेवहरात रखे हुए थे। रीना ने काफी देर तक वहीं बैठकर बैग के मालिक का इंतज़ार किया लेकिन जब कोई उसे लेने के लिए नहीं आया तो उसने बैग को घर ले जाना ही उचित समझा।
पुलिस से किया संपर्क
जानकारी के अनुसार, 13 वर्षीय बच्ची जब जेवरों से भरा बैग लेकर घर पहुंची तो उसके पिता ने उससे इसके विषय में सवाल किया। इसपर रीना ने उन्हें सारी जानकारी दी और पिता से आग्रह किया कि ये जेवर उसके मालिक तक पहुंचाने में उसकी सहायता करें।
बच्ची का यह कथन सुनकर पिता का सीना गर्व से चौंड़ा हो गया और उसने बच्ची की बात मानकर स्थानीय पुलिस से तत्काल संपर्क किया।
पुलिस ने लगाया बैग के मालिक का पता
उदयपुरा थाना इंचार्ज प्रकाश शर्मा ने बताया कि बच्ची से पूछताछ के बाद इस मामले की छानबीन शुरु की गई थी। जिसके बाद बैग के मालिक का पता लगाया गया। उन्होंने बताया कि यह बैग यशपाल सिंह ज्वैलर्स के मालिक का था। वे अपनी बेटी के साथ उस रास्ते से गुज़र रहे थे। इस दौरान उनकी बेटी के हाथ से जेवरों से भरा बैग छूटकर गिर गया था।
रीना को मिला 51 हज़ार का ईनाम
बताया जा रहा है कि ज्वैलरी शॉप के मालिक ने रीना की ईमानदारी से खुश होकर उसे 51 हज़ार रुपये का नगद ईनाम दिया साथ ही उसके परिवार को नए कपड़े और मिठाइयां भेंट कीं। इसके अलावा थाना इंचार्ज प्रकाश शर्मा ने भी रीना की ईमानदारी से प्रभावित होकर तत्काल 1100 रुपये बच्ची को भेंट किये।