इरफान खान ऐसे अभिनेता हैं जिनके बारे मे देश के साथ विदेश मे भी चर्चे आज उनकी मौत के बाद भी है. अभिनेता इरफ़ान खान की मौत 29 अप्रैल 2020 को हुई थी, तब से लेकर आज किसी दिग्गज और मंझे हुए कलाकार का ज़िक्र होता है तो इरफ़ान का ज़िक्र ज़रूर होता है. यह वही समय है जब देश में कोरोना ने अपना केहर बरपा रखा था. उनके चाहने वाले इतने थे की यदि उस समय कोरोना न होता तो उनकी अंतिम यात्रा में उनके हज़ारो लाखो फैंस उनके लिए ज़रूर पहुंचते. जितनी शानोशौकत से लता मंगेशकर और श्रीदेवी को विदा किया गया था शायद उसी शानोशौकत से इरफ़ान भी विदा होते.
सलाम बॉम्बे से शुरू किया था करियर
इरफ़ान खान एक पठान परिवार से नाता रखते थे. उनका जन्म 1967 में हुआ राजस्थान में हुआ था. राजस्थान के ही लोकल स्कूल से पढाई कर इरफ़ान ने अपने आगे की पढाई में एम.ए करते हुए दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला लिया था. इरफ़ान खान की माँ का नाम सईदा बेगम और पिता का नाम यासीन था. ड्रामा स्कूल में उन्हें एक लड़की से मोहोब्बत हुई थी जिस से उन्होंने 1995 में शादी की थी. इस शादी से इनके बेटे लिया था जिसका नाम बाबिल है.
टीवी की दुनिया में रखा था कदम
दिल्ली स्कूल ऑफ़ ड्रामा में पढाई पूरी करके वे मुंबई काम की तलाश में आ चुके थे, और इन्होने फिल्मो ढूंढने की जीतोड़ कोशिश की , शुरुआत बेहद संघर्ष भरी थी, किन्तु सफलता मेहनत से ही मिलती है. इरफ़ान ने करियर की शुरुआत में बतौर जूनियर एक्टर भी काम किया था और कई धारावाहिकों में भी काम कर चुके थे.
साल 1988 में आई फिल्म सलाम बॉम्बे में इरफ़ान को एक छोटा सा रोले मिला था, जहा से उन्हें उम्मीद थी की कुछ हांसिल होगा, लेकिन उन्हें उस रोले से भी हटा दिया गया था, क्यों की वह रोल इतना ज़रूरी नहीं था. लेकिन उसके बाद आयी फिल्म द वारियर ने इरफ़ान की ज़िन्दगी की काया पलट कर दी थी. इस फिल्म में इरफ़ान को नेगेटिव रोल मिला था लेकिन उनका प्रदर्शन लाजवाब था.
विदेश में भी चलता था इरफ़ान के नाम का सिक्का
यहाँ से इरफ़ान का सिक्का न सिर्फ बॉलीवुड में बल्कि हॉलीवुड में भी चलने लगा था. इरफ़ान ने कई हॉलीवुड फिल्मो में काम किया था. हॉलीवुड में इरफ़ान खान ने सच आ लॉन्ग जर्नी से शुरुआत की थी और सफर में लाइफ ऑफ़ पाई और द जुरासिक वर्ल्ड जैसी हिट फिल्में दी.
परिवार और फैंस के लिए आसान बही थी इरफ़ान की मौत
इरफ़ान बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड का भी चमकता सितारा थे. हर एक फिल्म में एक नया अंदाज़ और दिल को छु जाने वाला सन्देश छुपा है. ऐसे में उनके फैंस और उनके परिवारजनों के लिए उनकी मौत किसी सदमे से काम नहीं थी. इरफ़ान की पत्नी सुतापा के लिए इरफ़ान की मौत आसान नहीं थी, उनकी ज़िन्दगी थम सी गई थी. इरफ़ान की मौत के बाद वे किसी से बात करने की हालत में नहीं थी. एक लेख के द्वारा उन्होंने बताया की ‘हम सकारात्मक रहने की कोशिश कर रहे हैं. एक साल हो जाएगा, मैं अभी भी लोगों से मिलने और उनसे बात करने के लिए तैयार नहीं हूं. लोगों से मिलने से ज्यादा मैं लिखने में अच्छी हूं’.
अक्सर बाबिल अपने पिता की याद में रो देते है
बाबिल अपने पिता से बेहद प्यार किया करते थे. बाबिल ने एक इंटरव्यू में पिता की मौत का दर्द बयां करते हुए बताया ‘मैं एक सुरक्षित घेरे में जी रहा था. इरफान खान का बेटा बनकर और फिर वो घेरा टूट गया, उसके बाद आपके पास कोई विकल्प नहीं बचता. आपको वो करना पड़ता है जो जिंदगी चाहती है और यही सच है’. बाबिल ने साथ ही यह भी बताया था की उनके पिता इरफ़ान यह जानते थे की वे अब बच नहीं पाएंगे.
ऐसा बताते हुए बाबिल ने आगे यह भी बताया था की ‘उनकी मौत से दो तीन दिन पहले मैं अस्पताल में था. वो होश खोते जा रहे थे और अंतिम पलो में उन्होंने मेरी ओर देखा,मुस्कुराए और कहा- मैं मरने वाला हूं, मैंने उन्हें कहा ऐसा नहीं होगा, वो फिर मुस्कुराए और सो गए’.
हाल ही में उनके करीबी दोस्त चन्दन सान्याल उन्हें याद उन्हें याद करते हुए उनसे मिलने मुंबई में वर्सोवा कब्रिस्तान गए थे. उन्हें याद करते हुए चन्दन सान्याल ने एक पोस्ट भी शेयर किया था. जिसपर लोगो ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है.
चन्दन सान्याल ने किया दोस्त को इस तरह याद
जब चन्दन सान्याल इरफ़ान से मिलने उनकी कब्र पर पहुंचे तो उस वक़्त का नज़ारा उन्होंने अपने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लोगो से शेयर किया है. पोस्ट में चन्दन ने लिखा है “कल से इरफान की याद आ रही थी. खुद से खफा था कि चार महीने से उसकी कब्र तक देखने नहीं गया. आज मैं गया, वह वहां अकेले आराम कर रहे थे. कोई आसपास नहीं था सिर्फ पौधे थे और खामोशी थी. मैंने उनके लिए वहां रजनीगंधा छोड़ी”.
बाबिल खान ने भी दी प्रतिक्रिया
बाबिल खान अक्सर अपने पिता इरफ़ान खान को याद करते है. अक्सर उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर वे अपने पिता से जुड़े किस्से और यादें स्टोरीज़ और पोस्ट के ज़रिये शेयर करते है. हाल ही में उन्होंने चन्दन सान्याल की पोस्ट को शेयर करते हुए और पिता को याद करते हुए लिखा है, ‘लंदन जा रहा हूं. एक और साल. पिछली बार लगभग इसी समय में गया था और बाबा तब वहीं थे. इस बार अजीब लग रहा है.’
Was missing irrfan since yesterday, beating myself for not having gone to his tomb for 4 months. Today i went ,there he was resting alone with no-one around with plants. In silence. I left him some Rajnigandha and took a piece of him back with his blessings. So long #IrrfanKhan pic.twitter.com/3xzoAS7zzZ
— Chandan Roy Sanyal (@IamRoySanyal) September 20, 2020