नोएडा। दिवाली की तैयारियां शुरू हो गई है। इस साल दुकानें ज्यादातर देशी सामानों से सजी नजर आएंगी। मन की बात में प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल के तहत सामान खरीदने की अपील देशवासियों से की हैं। देश को आत्मनिर्भर बनाने की गई पहल का असर मार्केट के साथ ग्राहकों पर भी दिखाई दे रहा है। यहीं वजह है कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) जल्द ही ई-कॉमर्स पोर्टल ‘भारत ई-मार्केट’ पर लॉन्च करने वाला है। जिस पर किसी भी तरह के चीनी वस्तु नहीं बेचने का फैसला किया है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि महत्वाकांक्षी ई-कॉमर्स पोर्टल ‘भारत ई-मार्केट’ विशुद्ध रूप से भारतीय होगा, जिसमें विदेश से प्राप्त धन का निवेश नहीं होगा। खंडेलवाल ने कहा कि पोर्टल पर प्राप्त होने वाला डाटा को देश में ही स्थापित सर्वर पर रखा जाएगा। ताकि, एक भी डाटा देश की सीमा से बाहर नहीं जा पाए। उन्होंने कहा कि की किसी भी प्रकार की चीनी वस्तु कैट के पोर्टल ‘भारत ई-मार्केट’ पर नहीं बेची जाएगी। कैट महामंत्री ने कहा कि देश में ई-कॉमर्स के तेजी से बढ़ते प्रभाव और भारतीय व्यापारियों के उत्थान के लिए कैट ने खुद के ई-कॉमर्स पोर्टल को लॉन्च करने की घोषणा कुछ महीने पूर्व की थी।
‘भारत ई-मार्केट’ पोर्टल दिसंबर में होगा लॉन्च
कैट महामंत्री ने बताया कि ‘भारत ई-मार्केट’ ई-कॉमर्स पोर्टल में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, डिलीवरी सिस्टम, क्वालिटी कंट्रोल, डिजिटल भुगतान आदि विशिष्ट तकनीकों का पूरा इस्तेमाल किया गया है। ‘भारत ई-मार्केट’ पोर्टल सार्वजनिक रूप से दिसम्बर महीने के पहले हफ्ते में लॉन्च किया जाएगा। खंडेलवाल ने दशहरा के दिन इसकी जानकारी देते हुए बताया की कैट के ई-कॉमर्स पोर्टल ‘भारत ई-मार्केट’ का लोगो देश की एक बड़ी एडवरटाइजिंग एवं ब्रांडिंग कंपनी ने तैयार किया है, जिसके देशव्यापी सर्वे में व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को शामिल किया गया था। व्यापारी भारत ई पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकते है
पोर्टल के जरिए 24 घंटे खुली रहेंगी दुकानें
खंडेलवाल ने बताया कि कैट का ‘भारत ई-मार्केट’ पोर्टल (Bharat E Market Portal )भारत के व्यापारियों का व्यापारियों के द्वारा तथा व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए वाले मूल सिद्धांत पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि ‘भारत ई-मार्केट’ पोर्टल में निर्माता से लेकर आखिरी उपभोक्ता तक की वर्तमान व्यवसाय पद्धति जो अभी ऑफलाइन में चल रही है, उसका डिजिटलकरण किया जाएगा। ताकि इससे जहां एक ओर ऑनलाइन पर वर्तमान सप्लाई चेन को बल मिलेगा वहीं दूसरी ओर देशभर के व्यापारियों की निजी दुकानों के व्यापार में वृद्धि होगी। खंडेलवाल ने कहा कि इस पोर्टल के जरिए अब भारत के व्यापारियों की दुकानें 24 घंटे खुली रहेंगी।
पीएम के लोकल पर वोकल पर होगा जोर local for vocal
कैट महामंत्री ने बताया कि ‘भारत ई-मार्केट’ की विशेषता ये होगी कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत अभियान के आव्हान को ई-कॉमर्स व्यापार के माध्यम से जमीन पर उतारने का हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल में डिजिटल पेमेंट पर ज्यादा जोर होगा। खंडेलवाल ने ये साफ किया है कि ये पोर्टल ग्लोबल दिग्गजों की तरह खुद के मुनाफ़े के लिए काम नही करेगी, बल्कि इसका मकसद देसी रिटेल व्यापार की मौजूदा स्थिति को सुधारने और इनके भविष्य को बेहतर बनाने का है।
उल्लेखनीय है कि कैट देश के व्यापारियों का शीर्ष संगठन है, जिसके साथ देशभर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन जुड़े हुए हैं। कैट देश के लगभग 7 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है। इतना ही नहीं ये पूरे विश्व में सबसे बड़ी सप्लाई चेन है।