1947 में आजादी के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का कई फिल्मी कलाकारों से जुड़ाव था। इनमे अधिकतर वे लोग थे जिनकी राजनीति में दिलचस्पी थी ।
नेहरू गांधी परिवार – कपूर खानदान के रहे है करीबी रिश्ते
कपूर खानदान का फ़िल्म इंडस्ट्री में एक बडा योगदान रहा है। पृथ्वीराज कपूर और राजकपूर से उनकी मुलाकाते होती रहती थी । उस समय के कई अन्य प्रमुख कलाकार जैसे नरगिस दत्त , दिलीप कुमार भी उनसे मिलते थे ।
विदेशों में होने वाले सांस्कृतिक दौरों के लिए नेहरू जी पृथ्वीराज कपूर से सलाह मशविरा भी लिया करते । और कई बार ऐसे दौरों में उन्हें भेजते ।
जाहिर सी बात है गांधी नेहरू परिवार से कपूर खानदान के रिश्ते काफी नजदीकी होते चले गए। पिता की दोस्ती को इंदिरा ने भी निभाया । उन्होंने भी कपूर परिवार को खूब सम्मान दिया ।
पंडित नेहरू ने पृथ्वीराज कपूर से पूछा ये सवाल
पृथ्वीराज कपूर एक बार जब पंडित नेहरू से मिले तो नेहरू जी ने उनसे एक सवाल पूछा – भई ये वैगाबांड (आवारा फ़िल्म ) क्या है ? जो तुम्हारे बेटे ने बनाई है । दरसल आवारा नाम का अंग्रेजी मतलब वेगाबांड होता है दुनियां भर में फ़िल्म को इस नाम से भी जाना गया।
पृथ्वीराज कपूर ने तब उन्हें फ़िल्म के बारे में विस्तार से बताया । नेहरू ने तब उन्हें बताया कि वे सोवियत संघ के तानाशाह जोसेफ स्टालिन से मिले थे । तो स्टालिन उनसे बार बार वैगाबांड ( फ़िल्म आवारा ) का जिक्र कर रहे थे तो जो उन्हें बहुत पसंद आई ।
इस घटना का जिक्र जर्नलिस्ट रशीद किदवई ने अपनी किताब ‘ नेता अभिनेता : बॉलीवुड स्टार पावर इन इंडियन पॉलिटिक्स ‘ में किया है।
राजकपूर की बेटी ऋतु नंदा ने भी अपनी किताब ” राजकपूर स्पीक्स “में इस घटना का जिक्र किया है।
उस समय की बड़ी हिट थी ‘आवारा ‘
आवारा 1951 में रिलीज हुई थी । आजादी मिले तब कुछ ही समय गुजरा था । राजकपूर ने इस फ़िल्म का निर्देशन करने के साथ साथ इसमे मुख्य भूमिका भी निभाई थी । फ़िल्म में दुनिया भर में प्रसिद्धि पायी ।
अगर कहा जाए कि ” आवारा ” पहली फ़िल्म थी जिसने भारतीय फिल्मों का ग्लोबलाइजेशन किया तो गलत नही होगा । फ़िल्म को कई देशों ने सराहा और प्रसिद्धि मिली ।
फ़िल्म का गीत ‘ आवारा हूँ ‘ जोकि राजकपूर पर फिल्माया गया था भारत और सोवियत संघ में म्यूजिक चार्ट में नम्बर वन पर रहा ।
मॉस्को में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में तब पहली बार भारत को शिरकत करने का मौका मिला था जहां राजकपूर की फ़िल्म प्रदर्शित की गई । फ़िल्म के प्रदर्शन के बाद वहां भी भीड़ उमड़ पड़ी । किसी ने ये उम्मीद नही की थी कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ़िल्म को इतना प्यार मिलेगा
विश्व की 100 बेहतरीन फिल्मों में शामिल हुई थी आवारा
राजकपूर द्वारा निर्देशित फ़िल्म ‘ आवारा ‘ प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम मैगजीन द्वारा विश्व की 100 बेहतरीन फिल्मों में शामिल की गयी थी । इस लिस्ट में उन्होंने दुनिया भर की उन फिल्मों को शामिल किया था जिनका निर्माण 1923 के बाद हुआ ।