छोटी बेटी ने मॉल में कार देखकर पिता से दिलाने की जिद की । पिता ने भी एकबारगी बच्ची की जिद पूरी करने का सोच लिया। लेकिन जैसे ही उसने कार पर मेड इन चाइना लिखा देखा तो उसे ये बात चुभ गयी ।
31 वर्षीय युवक जावेद शेख नही चाहता था कि अपनी बेटी के लिए चीनी सामान खरीदे। कार की कीमत 50 हजार के आस पास थी । हालांकि पैसे की समस्या नही थी।
महाराष्ट्र में पिपरी चिंचवड इलाके में रहने वाला 31 वर्षीय युवक अपनी बेटी तंजीला के साथ एक मॉल में घूमने गया था । ये युवक एक कार गैराज में काम करता है जहां रिपेयरिंग और पैंट का काम किया जाता है।
छोटी बच्ची ने जैसे ही मॉल में कार को देखा उसने पिता से कार खरीदने की जिद कर दी । पर मेड इन चीन लिखा देखकर युवक ने कार नही खरीदी । पिछले कुछ समय से सीमा पर की जा रही हरकतों से युवक और उसका परिवार चीन के समान का बॉयकॉट कर रहे है । इसलिए उसने बेटी के लिए घर पर ही कार बनाकर गिफ्ट देने का सोचा । लॉक डाउन में उसने कार के लिये जरूरी सामान जुटाया और कार बनाने में जुट गया।
कुछ ही दिनों की मेहनत में उसने बेटी तंजीला के लिए एक बहुत खूबसूरत कार तैयार कर दी । कार में स्कूटी का इंजन और पहिये लगे है। खूबसूरत सीट , हैंडल और स्टार्ट होने के लिए बैटरी लगी ये कार चर्चा में आ गयी ।
चीनी प्रोडक्ट के विरोध में बनाई इस कार ने बच्ची तंजीला और उसके पिता जावेद शेख को चर्चा में ला दिया ।बच्चे अब घरवालों की निगरानी में इस कार से आस पास घूम सकते है। हालांकि ये युवक अभी इस कार को बैटरी ऑपरेटेड बनाना चाहता है और उसके लिए समान जुटाने में जुट गया है।