प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में काम करने वाले सेवादारों को अनोखी भेंट दी है। शनिवार को पीएम ने इन सभी कामगरों को 100 जोड़ी जूते भिजवाए। इन जूतों की खासियत यह है कि ये पूरी तरह जूट और धागे से बने हुए हैं।
पीएम का काशी दौरा
उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों के मद्देनज़र पीएम मोदी ने हाल ही में वाराणसी को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और बनारस के पुनर्विकास से संबंधित परियोजना का उद्घाटन किया था। इस दौरान पीएम ने जनता को संबोधित करते हुए बाबा भोलेनाथ की नगरी से विपक्ष पर जमकर निशाना साधा था।
लोगों को नंगे पैर काम करते देख सोंच में पड़े पीएम मोदी
इस दौरान पीएम मोदी ने काशी की गलियों में घूम-घूमकर तैयारियों का जायज़ा लिया था साथ ही लोगों से मुलाकात की थी। बता दें, इस बीच पीएम को कुछ लोग नंगे पैर काम करते हुए दिखे। प्रधानमंत्री ने जिज्ञासा वश पता किया कि ये लोग क्यों बिना चप्पलों आदि के घूम रहे हैं तो जवाब मिला कि मंदिर परिसर में रबर या चमड़े के जूते-चप्पल पहनने पर प्रतिबंध है।
प्रधानमंत्री ने भेजी 100 जोड़ी चप्पलें
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें पुजारी, सेवा करने वाले लोग, सुरक्षा गार्ड, सफाई कर्मचारी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। इस बात की जानकारी होते ही पीएम मोदी ने 100 जोड़ी जूते मंगवाकर काशी विश्वनाथ मंदिर में कार्यरत सभी सेवादारों के लिए भेज दिए। पीएम की निस्वार्थ भावना और उनका लोगों के प्रति प्रेम देखकर सभी कर्मचारी काफी खुश हैं। उन्होंने पीएम द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना की है, साथ ही उन्हें धन्यवाद दिया।
समाचार एजेसीं पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी काशी विश्वनाथ धाम से गहराई से जुड़े हुए हैं और वाराणसी के सभी मुद्दों और विकास पर नजर रखते हैं। यही कारण है कि जैसे ही उन्हें जूतों के बारे में जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत इसे भिजवा दिए।
मजदूरों के साथ गुज़ारा वक्त
गौरतलब है, पीएम मोदी की सरलता और सौम्य़ता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब वे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन करने के लिए यहां पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने इस कॉरिडोर का निर्माण करने वाले सैनिकों के साथ अपना वक्त गुज़ारा था। इसके अलावा पीएम मोदी ने उनके साथ बैठकर भोजन भी किया था।