भारत जैसे विकासशील देश में जुगाड़ शब्द का बहुत महत्व है। यहां की 90 प्रतिशत जनता अपना आधा कार्य जुगाड़ से ही पूरा करती है। जो काम सीधे रास्ते से नहीं होता है उसे हमारे देश के प्रतिभाशाली लोग जुगाड़ के रास्ते से चुटकियों में कर दिखाते हैं।
आज हम आपके लिए देशी जुगाड़ से भरी कुछ तस्वीरें लेकर आए हैं जिनको देखने के बाद सिलिकॉन वैली में बैठे इंजीनियर्स भी शर्मा जाएंगे।
इस तस्वीर में एक शख्स लैपटॉप पर काम करता दिख रहा है। व्यक्ति ने अपनी इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने के लिए एक नायाब तरीका ढूंढ निकाला है।
उसने कंप्यूटर में लगाए जाने वाले डोंगल पर एल्यूमिनियम की पन्नी लपेट दी है। उसका दावा है कि ऐसा करने से इंटरनेट की स्पीड पहले के मुकाबले तेज़ हो जाती है। अगर आप भी हाई स्पीड में इंटरनेट यूज़ करना चाहते हैं तो इस तरीके को जरुर अपनाएं।
भाई साहब दुनिया इधर की उधर हो जाए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं तो सोउंगा! इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कैसें एक इंसान मस्ती से फुटपाथ पर सो रहा है। नॉर्मली व्यक्ति सोने से पहले बिस्तर और तकिये का इंतज़ाम करता है लेकिन इन साहब ने कुत्ते को ही तकिया बना दिया और उसपर सिर रखकर सो गए।
अक्सर ट्रैफिक सिग्नल पर बाइक वालों को जल्दबाज़ी में देखा जाता है। ये जल्दी से जल्दी सिग्नल क्रॉस करके निकलने की फिराक में रहते हैं। लेकिन तपती गर्मी में मिल रही इस छांव से जाने का मन भला किसका कर सकता है। इसलिए बेचारे शांति से बिना किसी अफरा-तफरी के खड़े हुए हैं।
वैसे गर्मियों में बाइक सवारों को राहत देने का यह आइडिया है कामी उम्दा। परिवहन मंत्रालय को इस उपाय के विषय में सोंचना चाहिए।
भारत में पुरानी चीज़ों का भी इस्तेमाल करना लोगों को आता है। यहां कोई भी चीज़ खराब नहीं होती है। इसका सबसे सटीक उदाहरण इस तस्वीर में देख सकते हैं।
बाबा आदम के ज़माने का यह गैस-चूल्हा आज भी लोगों के खाना बनाने के काम आता है। खास बात ये है कि इसमें गैस सिलिंडर की भी जरुरत नहीं पड़ती है, बस चाहिए तो कुछ लकड़ियां।
देशी जुगाड़ का एक और नमूना आप सभी के सामने एक बार फिर पेश है। कॉफी बनाने के लिए जहां लोग हज़ारों की मशीन खरदीते हैं, वहीं इन भाईसाहब ने कुकर और पेचकस से घर बैठे कॉफी मशीन तैयार कर डाली।
आपने बहुत सी कॉफी पी होंगी लेकिन इस तरह की कॉफी पहली बार देखी होगी। इसलिए एक बार पीजियेगा जरुर।
छात्र तो बहुत से देखें होंगे लेकिन इन महाशय जैसा विद्यार्थी शायद ही किसी ने देखा होगा। पढ़ाई की ऐसी लगन कि बाथरुम में ही किताबें लेकर पहुंच गए और पढ़ने लगे। लगता है महाशय टॉप करने के साथ-साथ स्टूडेंट ऑफ द ईयर का भी खिताब जीतने की तैयारी में हैं।
लीजिये साहब! गाड़ी चलाने का ऐसा जुनून शायद ही पहले कभी देखा होगा। वो कहते हैं न कि भगवान ने जो दिया है उसी की मदद से कुछ करिश्मा कर दिखाओ।
लगता है गाड़ी के मालिक ने इस बात को काफी सीरियसली ले लिया। इसलिए गाड़ी की सीट पर अब कुर्सी रखकर वह कार चलाएगा। लेकिन उसके पैर ब्रेक और एक्सलेरेटर तक कैसे पहुंचेंगे यह जानना काफी दिलचस्प होगा।
इसे कहते हैं मेक इन इंडिया जुगाड़। लोग स्केट्स की चाहत में महीनों पैसे जोड़ते हैं तब कहीं जाकर उन्हें खरीद पाते हैं लेकिन इस बंदे ने घर बैठे 200 रुपए की चप्पल से देशी स्केट्स ही इजात कर दिए। गजबे है!
अपने सामान की सुरक्षा खुद करें! अब बताइये है किसी की हिम्मत तो जनाब की चप्पलों को हाथ भी लगा जाए। लेकिन शायद यह व्यक्ति ये नहीं जानता कि चोर चप्पलों के साथ-साथ साइकिल को भी ले जा सकता है। बहरहाल, अपनी चप्पलों की इतनी फिक्र करते हुए इससे पहले हमने कभी किसी शख्स को नहीं देखा।
ओह माई गाॉड! व्हाट अ शाॉवर…गर्मियों में तरो-ताज़ा रहने का यह उपाय काफी दिलचस्प है। घर में शाॉवर नहीं है तो क्या हुआ महाशय ने अपना खुद का शॉवर इजात कर दिया। छेद डाली बाल्टी, गिरने लगीं फुंवारे। अब नहाइये और लीजिये किसी आलीशान बाथरुम का मज़ा।
नहीं..नहीं कोई व्यक्ति कूलर में घुसा नहीं है। बस इसमें व्यक्ति के पैजामे को इस तरह से बांधा गया है कि कूलर की हवा दोनों कमरों में जाती रहे। गर्मियों में हर किसी को ठंडी हवा की दरकार होती है ऐसे में अगर आपके घर में भी एक कूलर है और सोने वाले शख्स काफी हैं तो इस जुगाड़ से ठंडक भरी राहत पा सकते हैं।
कार नहीं है तो क्या हुआ? बच्चों को लेट नहीं होना चाहिए। अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जाने के लिए पिता ने ये जो तरीका अपनाया है काबिल-ए-तारीफ है। इसमें सुरक्षा के साथ-साथ समय का भी ख्याल रखा गया है।
अब बस यही बचा था देखने को….लैपटॉप का सही मायनों में इस्तेमाल तो इस बंदे ने किया है। भाई साहब कोई आम व्यक्ति नहीं है, फ्रंट कैमरे में देखकर अपनी दाड़ी बनाते हैं। इनके पास 20-30 रुपये का शीशा खरीदने के लिए शायद पैसे नहीं होंगे लेकिन 35 हजार का लैपटॉप ले रखा है।
आपको क्या लगा था पाइप का इस्तेमाल सिर्फ पानी की सप्लाई के लिए ही किया जा सकता है, नहीं भाई ये भारत है। यहां लोग पाइप से दूध भी पहुंचाते हैं। इस तस्वीर को ही ले लीजिये कैसे दूधवाले भइया अपने आधुनिक यंत्र के जरिये ग्राहक के भगौने में दूध की अमृत धारा बहा रहे हैं।
जुगाड़! ट्रेन में सीट न मिलने पर भाई साहब ने किसी से दरख्वास्त करने की बजाए खुद की ही सीट तैयार कर ली। गजब हाल है।
वाह! गोल-गप्पे के साथ बियर..अच्छा है। इस तस्वीर को देखकर एक बार तो विजय माल्या भी सोंच में पड़ जाएगा कि क्या चीज़ बनाई थी मैंने? अगर आप भी बियर और गोल-गप्पे के शौकीन हैं तो इसे ट्राई कर सकते हैं।
कौन कहता है जनरल बोगी में एसी नहीं होता…ये तस्वीर इस बात का सुबूत है कि भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधाओं का खास ख्याल रखता है।
कार नहीं है तो क्या हुआ…मैं अपनी बाइक को ही कार बना लूंगा। तपती धूप में खुद को काला होने से बचाने के लिए शख्स ने बेहतरीन उपाय खोज निकाला है। भाई साहब ने अपनी बाइक पर कार की बॉडी लगाकर उसका मज़ा लेना शुरु कर दिया है।
है किसी की हिम्मत जो कार को चुरा सके? कार की सुरक्षा के मद्देनज़र व्यक्ति ने ये जो तरीका अपनाया है रॉ वाले इसे जरुर ढूंढ रहे होंगे। लेकिन यह शख्स शायद यह भूल गया कि चोर शीशा तोड़कर भी उसकी कार चुरा सकता है।
बाइक का सही इस्तेमाल को कोई इनसे सीखे। ट्रैवलिंग के साथ-साथ कहीं आने-जाने के भी काम आती है। इससे ट्रैक्टर और ईंधन दोनों की बचत है।
आइये इस मिनी कूलर की हवा खाइये। गर्मियों में शरीर को तरो-ताज़ा रखने का यह उपाय काफी दिलचस्प है। पुराने पड़े टीन के ड्रम से तैयार किया गया यह कूलर काफी किफायती और फायदेमंद है।
बैचलर लाइफ की यह तस्वीर अपने आप में अद्भुत है। तस्वीर में शख्स गैस के जरिये खुद के लिए रोटी बनाने की कोशिश कर रहा है। भोजन बनाने का यह तरीका सिवाए भारतीय युवाओं के आपको कहीं और नहीं मिल सकता।
मम्मी..मम्मी..मैं भी चलूंगा बाज़ार..! बच्चे को स्कूटी की सैर कराने के लिए उसकी मां ने जो तरीका अपनाया है वह अपने आप में अद्भुत है। इससे बाइक कंपनियों को सीख लेने की जरुरत है कि एक ऐसा वाहन तैयार करें जिसमें बच्चों को भी बैठाने की जगह हो। वरना हमारे भारत के लोग जुगाड़ से ही बच्चों को पूरा शहर घुमा देंगे।
चाहें कुछ भी हो जाए नशे से नो कॉम्प्रोमाइज़। इस तस्वीर को देखने के बाद बड़े-बड़े शराबी सोंच में डूबे हैं कि शराब पीने का यह तरीका उन्होंने क्यों नहीं अपनाया?
लीजिये आज तो सारे मच्छर टल्ली होकर गिर ही जाएंगे। मच्छरों से छुटकारा पाने का यह तरीका जो अपनाया है वह लाजवाब है। इसका कोई तोड़ नहीं है।