अपने समय की मशहूर अदाकार शर्मीला टैगोर के उस समय करोड़ों चाहने वाले थे. लोग उनकी एक झलक पाने के लिए तरस जाते थे. क्रिकेट, सिनेमा और हर जगत के लोग उनके दीवाने थे. ऐसे ही भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और नवाब खानदान के सदस्य मंसूर अली खान पटौदी ने भी अपना दिल शर्मीला टैगोर को दे दिया था.
इसके बाद शर्मीला को मनाने के लिए मंसूर ने लगातार एक के बाद एक 7 रेफ्रिजरेटर भेजे थे लेकिन फिर भी शर्मीला नहीं मानीं थी. आइए जानते कैसे दोनों ने शादी तक का फासला तय किया।
सिमी ग्रेवाल से किया था ब्रेकअप
बात है साल 1965 की जब एक पार्टी में मंसूर अली खान और शर्मीला टैगोर की मुलाकात हुई. पहली नजर में देखते ही मंसूर अली ने अपना दिल शर्मीला को दे दिया और उनके दीवाने हो गए. उस समय पर मंसूर अली खान ने सिमी ग्रेवाल के साथ शर्मीला के लिए ब्रेकअप कर लिया था. सिमी ग्रेवाल राजकपूर के फिल्म में काम कर चुकीं थीं. मंसूर अली ने सिमी ग्रेवाल को फ्लैट पर जाकर बताया था कि अब उन्हें कोई और मिल गया है इसलिए ये रिश्ता आगे नहीं जा सकता है. इसके बाद शर्मीला को मनाने के लिए मंसूर अली खान ने बहुत पापड़ बेले।
कानपुर में पैदा हुईं शर्मीला ने शुरू में मंसूर अली की तरफ कोई रूचि नहीं दिखाई। इसके बाद भी मंसूर अली खान ने शर्मीला को मनाने के लिए एक के बाद एक 7 रेफ्रिजरेटर भेजे थे. इसके बाद भी शर्मीला ने हाँ तो नहीं की लेकिन मंसूर अली से मिलने का प्लान जरूर बना लिया था. इसके बाद एक मुलाकात हुई और मुलाकात के बाद भी शर्मीला ने हाँ नहीं की थी.
लगातार भेजते रहे गुलाब-
दोस्तों मुलाकात के बाद भी जब शर्मीला जब नहीं मान रही थीं तो मंसूर अली ने उन्हें लगातार चार साल तक गुलाब भेजें और आख़िरकार गुलाबों ने अपना काम कर दिया। शर्मीला टैगोर मान गईं और 27 दिसंबर, 1968 को उन्होंने मंसूर अली खान पटौदी से विवाह कर लिया। इनके तीन बच्चे हुए जिनमें से दो बेटियां सोहा अली खान और सबा अली खान हैं. वही एक बेटे सैफ अली खान हैं जो बॉलीवुड में एक अच्छे खासे मुकाम पर हैं.
दोस्तों शर्मीला टैगोर अपने समय की शानदार अभिनेत्रियों में गिनी जाती थी और उनके करोड़ों चाहने वाले थे.