अपनी अमीरी के लिए मशहूर अम्बानी परिवार और बाकी बॉलीवुड स्टार्स का जीवन आम लोगों को हमेशा से आकर्षित करता आया है. लोग उनके बारे में हर छोटी बड़ी बात जानने के लिए उत्साहित रहते हैं. आज इन लोगों के बारे में हम आपको एक ऐसी ही जानकारी देने जा रहे हैं की इनके घरों में दूध कहाँ से आता है. इतनी हाई सिक्योरिटी में रहने वाले लोगों के घरों में आखिर कौन दूध पहुंचाता है.
भाग्यलक्ष्मी डेरी-
अम्बानी समेत इन सभी बड़े लोगों के घरों में जिस जगह से रोजाना दूध आता है उसका नाम है भाग्यलक्ष्मी डेरी। यह महाराष्ट्र के पुणे में हैं और इसे हाईटेक डेरी के नाम से भी जाना जाता है. देश के कई बड़े लोग यहाँ से दूध लेते हैं जिसमें सचिन तेंदुलकर, अम्बानी परिवार, अमिताभ बच्चन, ऋतिक रोशन जैसे बड़े-बड़े नाम शामिल हैं. दोस्तों इस डेरी में एक लीटर दूध की कीमत 152 रुपये है. 35 एकड़ में फैली इस डेरी में 3000 से अधिक गाये हैं. यह डेरी इस बात की गारंटी लेती हैं की आपके दूध में एक प्रतिशत मिलावट नहीं होगी। यहाँ तरीके से दूध निकाला जाता है.
गाय पीती है आरओ का पानी-
दोस्तों यह डेरी कितनी हाईटेक है इस बात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि यहाँ की गायें भी RO का पानी पीती हैं. वो पानी जो हमारे देश की एक बड़ी जनसँख्या को पीने के लिए नसीब नहीं होता है. इसके अलावा यहाँ पर गायों की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये हैं. लगभग गायें स्विट्जरलैंड ब्रीड की हैं. इन गायों को चारे के साथ-साथ मौसमी हरी सब्जियां खाली जाती हैं.
देवेंद्र शाह हैं मालिक-
दोस्तों इस डेरी के मालिक देवेंद्र शाह हैं. यहाँ पर दूध निकालने से पहले हर एक गाय का तापमान लिया जाता है और उसके स्वास्थ्य की जांच करी जाती है और अगर वह गाय बीमार समझ आती है तो उसका दूध नहीं निकाला जाता बल्कि इसे इलाज के लिए भेज दिया जाता है. यहाँ पर दूध निकालने से लेकर पैकिंग आदि जैसे हर काम मशीन से होते हैं और बड़ी सावधानी और सफाई से किए जाते हैं. दूध निकालने से पहले पास जाने वाले व्यक्ति को खुद को डिसइन्फेक्टेड किया जाता है.
पिता ने गारंटर बनने से मदद किया-
आज देवेंद्र करोड़ों रुपये कमा रहे हैं लेकिन एक समय पर इस डेरी के लिए उन्हें लोन नहीं मिल रहा था. जब वो बैंक के पास रोजाना बीस हजार लीटर दूध उत्पादन का प्लान लेकर गए तो बैंक वाले इसे मान तो गए लेकिन लोन के लिए एक गारंटर चाहिए था. देवेंद्र ने पिता से बात की लेकिन पिता ने गारंटर बनने से मना कर दिया। इसके बाद देवेंद्र दूसरा प्लान तैयार करके ले गए जिसके बाद उन्हें लोन मिल गया.