एक लड़के ने सपना देखा की वो एक दिन देश की सबसे कठिन परीक्षा पास करके आईएएस अधिकारी बनेगा। इसके लिए उसने 10 साल लगातार कड़ी मेहनत की और सभी अटेम्प दे डाले लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. आखिरी अटेम्प्ट में महज 11 अंकों से चूक जाने के बाद उसने सोशल मीडिया में अपना दर्द बयान किया जो एक सफल कैंडिडेट की कहानी से अधिक वायरल हुआ.
मैं फिर भी आगे बढ़ रहा हूँ-
हम बात कर रहे हैं रजत संब्याल की जो जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में पैदा हुए और आँखों में आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख डाला। लेकिन आखिरी अटेम्प्ट में भी उनका चयन नहीं हुआ और वो महज 11 अंकों से चूक गए. इसके बाद रजत ने सोशल मीडिया में लिखा की ‘“दस साल की मेहनत मिट्टी में मिल गई. यूपीएससी के छह प्रयास पूरे हो गए हैं. तीन बार प्रीलिम्स फेल दो बार मेन फेल हो गया. अपने आखिरी प्रयास में, कल, मैंने एक इंटरव्यू में कम अंक मिलने के बाद हार मान ली. मैं फिर भी आगे बढ़ रहा हूँ.”
10 years of hard work ended in ashes.
6 UPSC attempts over.
3 times prelims failed.
2 times mains failed.
In my last attempt, yesterday I succumbed due to low score in interview. Missed by 11 marks. #upscresult
“And still I rise”. pic.twitter.com/m8FRcJGCWu— Rajat sambyal (@rajatsambyal_) May 31, 2022
रजत ने ट्विटर में ये सभी बातें लिखते हुए अपनी मेंस एग्जाम की मार्कशीट भी शेयर की और साथ में UPSC भवन के बाहर की अपनी एक तस्वीर लगाई। सोशल मीडिया में रजत की ये कहानी लगातार वायरल हो रही और लोग उन्हें सहानुभूति देते नजर आ रहे हैं. रजत के द्वारा डाले गए रिपोर्ट कार्ड में दिखाई दे रहा है की उन्हें 942 अंक मिले हैं.
यूजर्स ने दिया जवाब-
ट्विटर डालते ही रजत की ये पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल हो गई. इसके बाद लगातार एक के बाद एक कई सारी यूजर्स ने रजत को जवाब देना शुरू किया। एक यूजर ने कहा, कि संब्याल एक स्ट्रक्चरल इंजीनियर के रूप में बेहतर काम कर सकते हैं. दूसरे यूजर ने लिखा, “मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं. नियति को बदला नहीं जा सकता है. आप एक स्ट्रक्चरल इंजीनियर के रूप में उभर सकते हैं.”
आपको बता दें की हाल ही में जारी हुए यूपीएससी के परिणाम में श्रुति शर्मा ने बाजी मारी है. सबसे बड़ी बात यह रही की पहले तीन स्थानों पर लगातार लड़कियां हैं. इस बार का रिजल्ट वाकई में बहुत शानदार है. श्रुति शर्मा को देश विदेश से बधाइयाँ मिल रही हैं. श्रुति जेएनयू की छात्रा हैं और लगातार यूपीएससी पास करने की तैयारी कर रहीं थीं.