हम इंसान अपनी मस्ती के लिए जानवरों तक को नहीं छोड़ते। उन्हें परेशानी में देखकर हमें खुशी होती है। कैसा हो अगर आपको एक 4/4 के कमरे में बंद कर दिया जाए। आपके गले में एक रस्सी हो, समय-समय पर आपको खाना-पानी दिया जाए तो कैसा लगेगा आपको?
जानवरों के साथ होता है बुरा-बर्ताव
अब ज़रा सोंचिए उन जानवरों के विषय में जिन्हें हरदम एक काल-कोठरी में बंद करके रखा जाता है। उनका तमाशा बनाकर उन्हें लोगों के सामने पेश किया जाता है।
कई बार इन चिड़ियाघरों में बंद जानवरों की हालत उस पालतू जानवर की तरह हो जाती है जो चाहकर भी अपने मालिक के पास कहीं नहीं जा पाता है। वह मजबूरी में उसकी मार-डांट सहता है।
खराब हुई शेर की हालत
ऐसा ही एक मामला पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया के गलियारों में काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक शेर मरी सी हालत में खाने को सूंघता नज़र आ रहा है। इस तस्वीर की सच्चाई क्या है यह तो हम नहीं बता सकते। हालांकि, इस बात में कोई दो राहें नहीं हैं कि शेर की हालत गंभीर है।
बता दें, जिस जानवर को जंगल का राजा माना जाता है उस आज के ज़माने में चिड़ियाघर के पिंजड़ों में बंद कर दिया जाता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में भी एक शेर बड़ी ही बुरी स्थिति में नज़र आ रहा है।
चिड़ियाघर में नहीं रखा जा रहा जानवरों का ख्याल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन तस्वीरों को एक पर्यटक ने नाइजीरिया के एक चिड़ियाघर में चुपके से क्लिक किया था। उसने इन तस्वीरों को एक अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ को भेज दिया था।
मालूम हो, वाइल्ड एट लाइफ नामक यह एनजीओ जानवरों की तस्करी के खिलाफ काम करता है। जैसे ही इस एनजीओ के हाथ यह तस्वीरें लगीं तुरंत इसके सीईओ असलिहन गेडिक ने नाइजीरिया के उस चिड़ियाघर में छापा मारा जहां जानवरों के साथ बुरा बर्ताव किया गया था।
कुत्ते और शेर में फर्क पहचानना हुआ मुश्किल
गेडिक के अनुसार, यहां दो शेर ऐसे मिले हैं जिनकी हालत पूरी तरह से खराब हो चुकी है। वे कंकाल में बदल चुके हैं। उन्हें समय पर खाना नहीं दिया जाता है जिसकी वजह से एक कुत्ते और शेर में पता लगाना काफी मुश्किल हो गया है।
गौरतलब है, गेडिक की टीम ने जब इस एनजीओ का दौरा किया तो उन्हें कई ऐसे जानवर मिले जो भुखमरी का शिकार हो रहे थे। ऐसे में उनकी टीम के सदस्यों ने इन जानवरों को पहले तो भरपेट भोजन दिया बाद में उन्हें दवाइयां दीं।