अफगानिस्तान में अब तालिबान कब्जा जमा चूका है. वहां तालिबान के लडाको ने त्राहिमाम मचा रखी है हर तरफ बस खून खराबा दिख रहा है. महिलाओं का यौन शोषण किया जा रहा है. तालिबान अब अपना असली रूप दुनिया के सामने दिखा रहा है. वहां के नागरिक किसी भी हालत में अफगान छोड़ना चाहते है. ऐसे में लोगों को गांधारी का वो श्राप याद आ रहा है. जो उन्होंने अपने भाई शकुनी को दिया था. आइये जानते है महाभारत में कौरवों की माँ गांधारी के श्राप के बारे में..
गांधारी के श्राप से हुआ है अफगानिस्तान का बुरा हाल
बीते कुछ महीनों से अफगान के हालत नर्क से भी बदत्तर हो गये है. ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि अफगान का ये हाल गांधारी के श्राप की वजह से हुआ है. आपको बता दें गांधारी महाभारत के समय में हस्तिनापुर के राजा धृतराष्ट्र की पत्नी और दुर्योधन की माँ थी. साथ ही साथ दुर्योधन के मामा शकुनी उनके सगे भाई थे. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि गांधारी कभी अंधी नहीं थी. बल्कि उन्होंने विवाहोपरांत अपने पति धृतराष्ट्र के अंधे होने की वजह से अपनी आँखों में पट्टी बांध ली थी.
जैसा की आप सबको पता है कि महाभारत के युद्द में कौरवो की पांड्वो के हाथों हार हो गयी थी. युद्द समाप्त होने के बाद जब गांधारी ने अपने 100 पुत्रों को मरा पाया तब वो क्रोध में आ गयी और गुसे में उन्होंने शकुनी को श्राप दिया कि जैसे उसने कौरवों को पांड्वो से लड़वाकर उन्हें मरवा दिया. वैसे ही तुम्हारे देश में कभी शांति नहीं रहेगी.
इस वजह से दिया गांधारी ने शकुनी को श्राप
अफगान का आज जो भी हाल हुआ है उसका सम्बंध कही न कही महाभारत से है. कहा जाता है कि भीष्म ने धृतराष्ट्र से गांधारी की शादी कराने के लिए गांधारी के पुरे परिवार को नष्ट कर दिया था. अपने पिता की मृत्यु के बाद शकुनी ने धृतराष्ट्र से बदला लेने का संकल्प लिया था. इसलिए उसने दुर्योधन को पांड्वो के खिलाफ भड़काया और महाभारत युद्द करा दिया. जिससे पांड्वो के हाथों सारे कौरव मारे गये. ऐसे में गांधारी ने शकुनी को श्राप दिया कि मेरे पुत्रों की बलि चढ़वाने वाले गांधार नरेश तुम्हारे राज्य में कभी शांति नहीं रहेगी. इतिहास गवाह है अफगान कभी भी शांत देश नहीं रहा. वहां हमेशा कोई न कोई आतंकी गतिविधियाँ होती रही है. अब तालिबान अफगान पर कब्जा कर चूका है.
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