अगर हम किशोर कुमार का नाम सुनते हैं तो हमें उनके दो चेहरे याद आते हैं। एक तो वह चित्र जिसमें वे रोमांटिक गाने गा रहे हैं और दूसरा चित्र वह जिसमें किशोर दा जबरदस्त हास्य अभिनय कर रहे हैं। किशोर दा जितने अच्छे गायक थे उतने ही अच्छे अभिनेता भी थे। चलती का नाम गाड़ी, दिल्ली का ठग, हाफ टिकट, पड़ोसन और दूर का राही उनकी ऐसी फिल्में रही जिनमें उन्होंने कमाल का अभिनय किया था।
आज हम ऐसे ही गायक के बारे में बात करने जा रहे हैं जो बॉलीवुड के भाई जान के पसंदीदा हैं। उन्हें फिल्मों में आने का मौका सलमान ने ही दिया था। बात हो रही है अक्षय कुमार के साथ खिलाड़ी 786 में काम कर चुके हिमेश रेशमिया की, जो उस फिल्म के प्रोड्यूसर्स में से एक थे।
वे एक म्यूजिक कंपोजर के घर पैदा हुए और कम उम्र से ही टीवी सीरीज प्रोड्यूस करना शुरू कर चुके थे। 2007 में उन्होंने फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया। उनकी कई फिल्में आयी और फ्लॉप हुई। बावजूद इसके उन्होंने हार नही मानी और ठान लिया कि वे खुद को एक अभिनेता के रूप में साबित एवं स्थापित करके रहेंगे। जिसके लिए वे तरह-तरह की फिल्में बनाते रहे।
हिमेश रेशमिया का अभिनय करियर 2007 से 2009
2007 की ‘आप का सुरूर’ से हिमेश ने अपने करियर की शुरुआत की थी। जर्मनी में शूट हुए इस फ़िल्म की कहानी हिमेश के जीवन से प्रेरित थी जिसका नाम उनके म्यूजिक एलबम पर रखा गया था। मल्लिका शेरावत के साथ हंसिका मोटवानी भी फ़िल्म में नज़र आई थी। इस फ़िल्म की सफलता ने हिमेश और निर्माताओं को अगली फिल्म बनाने की प्रेरणा दी।
2008 में सतीश कौशिक ने ऋषि कपूर के ‘कर्ज़’ को नए अंदाज़ में बनाया और रॉकस्टार के रूप में उन्होंने हिमेश को चुना। इसमें उर्मिला मातोंडकर निगेटिव किरदार में थी। फ़िल्म के गाने सुपरहिट थे लेकिन फ़िल्म कामयाब नही रही।
2009 में आई ‘रेडियो’ में हिमेश के अभिनय की तारीफ भी हुई लेकिन फ़िल्म का हाल भी वही हुआ। कम बजट की इस फ़िल्म में हिमेश ने एक रेडियो जॉकी का किरदार निभाया था।
अभिनय करियर 2010 से 2012
सनी लियॉन को जिस्म 2 में लांच करने से पहले पूजा भट्ट ने 2010 में हिमेश को अपनी फिल्म ‘कजरारे’ में लिया था। इस फ़िल्म की कहानी एक सिंगर की है जो बार डांसर से प्यार कर बैठता है। फ़िल्म में सारा लॉरेन थी। न तो इस फ़िल्म के गाने उतने पॉपुलर हुए न ही हिमेश के अभिनय की तारीफ हुई।
2011 में हिमेश ने एक कॉमेडी फिल्म ‘दमादम’ बनाई। इस फ़िल्म में वे लेखक के किरदार में थे। यह फ़िल्म भी हिमेश के अभिनय करियर को डुबाने के लिए मानो तैयार बैठी थी। करीबन एक साल बाद वे अक्षय पाजी के साथ ‘खिलाड़ी 786’ लेकर आ गए। फ़िल्म के गाने भी चले क्योंकि हनी सिंह का तड़का लग चुका था। कॉमेडी फिल्म होने के कारण ये फ़िल्म लागत तो निकालने में कामयाब रही लेकिन हिमेश के अभिनय करियर को ज़रा भी फायदा नही हुआ।
अभिनय करियर 2014 से 2020
इन वर्षों में हिमेश ने हीरो बनने के लिए डबल मेहनत की। अपने शरीर पर भी और फिल्मो की कहानियों पर भी। गोल-मोल गाल वाले हिमेश अब नया फेसकट लेकर आ चुके थे।
2014 में आई ‘द एक्सपोज़’ में उन्होंने हनी पाजी से भी अभिनय करवा लिया। मर्डर मिस्ट्री होने के बाद भी यह फ़िल्म उत्साह नही जगा पाई।
2016 में हिमेश आपका सुरूर की सीक्वल ‘तेरा सुरूर’ लेकर आए। इसमें नसीरुद्दीन शाह, शेखर कपूर और कबीर बेदी जैसे कलाकारों को उन्होंने लिया था।
2020 में आई उनकी ‘हैप्पी हार्डी और हीर’ को कई लोग रानू मंडल के गाये गाने के लिए जानते हैं। पर्दे पर लोग एक हिमेश को मुश्किल से झेल पाते थे ऐसे में डबल रोल को झेलना और ज्यादा मुश्किल हो गया। फ़िल्म में हिमेश का डबल रोल था और यह फ़िल्म भी विदेशों में शूट हुई थी और फ्लॉप रही।
‘नमस्ते रोम’ में आएँगे नज़र
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वे बेहद जल्द नमस्ते रोम नाम की एक रोमांटिक फिल्म में नज़र आएंगे। हिमेश रिशमिया को लोग नाक से गाने वाला सिंगर कहकर ट्रोल किया करते थे। लेकिन उनके गाने पॉपुलर हुए, उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में संगीत दिए। म्यूजिक की दुनिया में उनका बड़ा नाम है और कई अवार्ड्स भी हैं।