मध्य प्रदेश के ग्वालियर से बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के रहने वाले एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। उन्होंने यह ज्ञापन ग्वालियर जिला प्रशासन को सौंपा है जो कि अब चर्चा का विषय बन गया है।
11 सदस्यों ने की इच्छामृत्यु की मांग
बता दें, घाटीगांव तहसील स्थित वीराबली गांव के रहने वाले एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने सोमवार को जिला प्रशासन को सौंपा। परिवार ने यह कदम एक जमीन को लेकर चल रहे विवाद को लेकर उठाया है। परिवार के सदस्यों का आरोप है कि गांव के कुछ दबंग राजस्व विभाग के संरक्षण में उनकी 1 बीघा 2 बिस्वा जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
गांव के दबंगों पर लगाया जमीन कब्जाने का आरोप
राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए ज्ञापन के मुताबिक, शिकायतकर्ताओं ने दावा किया है कि इस विवादित जमीन के सीमांकन को लेकर तहसीलदार कार्यालय में आवेदन किया जा चुका है लेकिन अधिकारियों की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। परिवार के सदस्यों का आरोप है कि गांव के जितेंद्र अग्रवाल और विजय काकवानी अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी इस जमीन पर कब्जा करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। वे इस जमीन पर राजस्व विभाग की मदद से अवैध कॉलोनी काटकर दुगुने दामों में बेचने की फिराक में हैं।
‘नहीं बचा कोई और चारा..’
परिजनों ने पत्र में आगे कहा है कि दोनों दबंगों को कई बार समझाने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने हर बार जान से मारने की धमकी देकर उनकी बात को अनसुना कर दिया। इसलिए अब परिवार के सभी सदस्यों के पास आत्महत्या के सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। उन्होंने बताया कि परिवार के पास आजीविका का कोई दूसरा साधन नहीं है, इस जमीन से होने वाली पैदावार से ही उनका घर चलता है। ऐसे में अगर उनकी इस जमीन पर गांव के दबंग कब्जा जमा लेंगे तो उनके पास आत्महत्या के सिवा कोई दूसरा ऑप्शन बचेगा ही नहीं।