26 जनवरी 1950, इस दिन भारत के संविधान को लागू किया गया था। जिसके बाद भारत को स्वतंत्र गणराज्य घोषित किया गया था। तभी से प्रत्येक वर्ष इस दिन को गणतंत्र दिवस के रुप मनाया जाता है।
हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस को धूमधाम से मनाया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए इस बार गणतंत्र दिवस में अलग तरह की रौनक देखने को मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जारी किए गए निर्देशानुसार गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन 23 जनवरी से ही प्रारंभ हो जाएगा। इसका मुख्य कारण सुभाष चंद्र बोस की जयंती को समारोह में शामिल करना है।
राजपथ से झलकेगी संस्कृति
इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में दिल्ली के राजपथ का नज़ारा कुछ और ही होगा। हर बार की तरह प्रत्येक राज्य गणतंत्र दिवस परेड के दौरान निकाली जाने वाली झाकियों में हिस्सा लेगा। इन झाकियों के माध्यम से देश की संस्कृति एवं कला का प्रतीकात्मक रुप दुनिया के समक्ष पेश किया जाएगा।
वहीं, इस बार वायुसेना की तरफ से भी कुछ प्रदर्शन किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इस बार गणतंत्र दिवस परेड को यादगार बनाने के लिए भारतीय वायुसेना के जांबाज़ विमान आकाश का सीना चीरते हुए भारत की ताकत और हिम्मत का दुनिया को संदेश देंगे।
5 राफेल और 75 लड़ाकू विमान करेंगे फ्लाई पास्ट
इस फ्लाई पास्ट में 5 राफेल और 75 लड़ाकू विमान शामिल होंगे। वायु सेना प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने इस विषय में बताया कि ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ समारोह के तहत खास तैयारियां की गई हैं। गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर राजपथ पर 5 राफेल विमान करतब दिखाएंगे और अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही नौसेना के मिग-29के और पी-8आई सर्विलांस विमान भी उड़ान भरेंगे। उन्होंने बताया कि 17 जगुआर विमान आसमान में अमृत महोत्सव के 75वें वर्ष की आकृति बनाते हुए दिखाई देंगे।
गौरतलब है, वैश्विक कोरोना महामारी के मद्देनज़र इस बार 24,000 लोगों को ही गणतंत्र दिवस समारोह में प्रत्यक्ष रुप से शामिल होने की अनुमति होगी।