कहा जाता है ‘कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’। इस बात को सार्थक करके दिखाया है कर्नाटक के एक 66 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने। उन्होंने ना सिर्फ अपना नाम रौशन किया है बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित महसूस करवाया है। बुजुर्ग ने हाथ-पैर बंधे होने के बावजूद पानी में 5 घंटे तैरकर वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया है।
गंगाधर का कारनामा
बता दें, कर्नाटक के उडीपी निवासी गंगाधर ने एक ऐसा कारनामा करके दिखाया है जिसकी प्रशंसा चारों तरफ हो रही है। 66 वर्षीय गंगाधर ने सोमवार को अरब सागर में 5 घंटे तक तैराकी की। इस दौरान उनके हाथों और पैरों को लोहे की जंजीरों से बांधा गया था। लेकिन गंगाधर के हौसले इतने बुलंद थे कि वे समुद्र की तेज़ लहरों को चीरते हुए तीन किमी का सफर तय कर गए।
जिस समय गंगाधर समुद्र में अपना यह कारनाम दिखा रहे थे उस दौरान गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम मौके पर मौजूद थीं। उनकी आंखों के सामने भारत के इस लाल ने यह कारनामा करके दिखा दिया। इस दौरान सभी की आंखे फटी की फटी रह गईं।
तीन किमी का तय किया सफर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर बंधे हाथ-पैरों के साथ 66 वर्षीय बुजुर्ग ने समुद्र में छलांग लगाई थी। इस दौरान गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम यह नज़ारा अपनी आंखों से देख रही थी। गंगाधर समुद्र में तैरते हुए इतना लीन हो गए कि वे तीन किमी का सफर तय कर गए और उन्हें पता ही नहीं चला।
‘भारत माता की जय’
गौरतलब है, वर्ल्ड रिकॉर्ड बन जाने पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने उन्हें आवाज़ लगाकर पानी से बाहर आने के लिए कहा। इसके बाद 66 वर्षीय गंगाधर पानी के बाहर आए। टीम ने उन्हें बताया कि उन्होंने हाथ-पैर बंधे होने के बावजूद 5 घंटों तक तैरकर 3 किमी का सफर तय करके वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया है।
मालूम हो, जैसे ही टीम ने उन्हें इस बात की जानकारी दी गंगाधर खुशी से झूम उठे। उन्होंने अपने शरीर पर तिरंगा लपेटकर भारत माता की जय के नारे लगाए। बता दें, गंगाधर राष्ट्र स्तरीय जलीय चैंपियनशिप में 31 स्वर्ण, 16 रजत और नौ कांस्य पदक जीत चुके हैं।