भारतीय सैनिकों के साथ हुई बर्बरता के बाद अलीगढ़ के एक गांव के 10 बच्चों का खून ऐसा खोला कि घरवालों को बिना बताए बॉर्डर की तरफ निकल पड़े।
पुलिस को बच्चों के ऐसे जाने की सूचना मिलने पर पुलिसकर्मियों ने पैदल जाते बच्चों को रोका । उनके देशप्रेम और जज्बे का सम्मान करते हुए उन्हें समझाया और घर जाने की गुज़ारिश की ।
लद्दाख सीमा पर चीन के द्वारा की गई धोखेबाजी का शिकार होकर भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए । जिसको लेकर पूरे देश मे उबाल है । और हर भारतीय का चीन की इस हरकत पर खून खोल रहा है।
चीनी सेना ने अचानक रिज़र्व फोर्स बुलाकर और ज्यादा की संख्या में होने का फायदा उठाकर कंटीले तारो, डंडों और पत्थरो से भारतीय सेना के जवानों पर हमला बोला । भारतीय सैनिकों ने कम संख्या में होने के बावजूद बहादुरी से मुकाबला किया और उनके सैनिकों को हताहत किया ।
लेकिन बहादुरी से लड़ते हुए जवानों में से 20 जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हुए है । चीन में अभी तक आधिकारिक घोषणा नही की है कि उनके कितने सैनिक मारे गए है ।
इसी घटना से नाराज होकर अलीगढ़ के गभाना थाना क्षेत्र के अमरदपुर गांव के 10 बच्चों ने सीमा पर जाकर भारतीय जवानों का साथ देने का निर्णय लिया और बिना घरवालों को बताए पैदल ही निकल लिए । इसकी सूचना जैसे ही पुलिस तक पहुँची , कुछ पुलिसकर्मियों को उन्हें तलाशने भेजा गया और दोरु मोड़ पर उन्हें रोका ।
पुलिसकर्मियों ने उनकी भावना का सम्मान करते हुए 10 बच्चों को प्यार से समझाया और उन्हें वापिस घर भेजा । बच्चों के जज्बे की हर तरफ तारीफ हो रही है ।