तालों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध अलीगढ़ का नाम बदलने का प्रस्ताव जिला पंचायत में पास हो गया है। यानी लंबे समय से अलीगढ़ के नाम बदलने की जो मांग थी अब वो पूरी हो रही है। साथ ही मैनपुरी का नाम भी बदलकर मयन ऋषि के नाम पर मयन पुरी किया जाएगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष बदलते ही अलीगढ़ को हरिगढ़ रखने का प्रस्ताव
जिला पंचायत चुनावों में BJP का कब्जा होते ही इस कवायद के सफल होने की उम्मीद बढ़ गयी थी । स्थानीय लोग लंबे समय से मांग कर रहे थे कि अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ कर दिया जाए। अब जब भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर कब्जा किया है तो नाम बदला जा रहा है।
अलीगढ़ में अभी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह की समधन विजया सिंह काबिज है।
स्थानीय लोगो का मानना था कि अलीगढ़ नाम गुलामी का प्रतीक है । मुगल शासन काल मे ये नाम बदला गया था जिसे आज भी ढोते चले आ रहे है ।
बता दे कि किसी जिले का नाम बदलने के लिए सबसे पहले जिला पंचायत में प्रस्ताव रखा जाता है जिसपर सदस्यो की सहमति के बाद प्रस्ताव पास होता है। अब प्रस्ताव पास होने के बाद राज्य सरकार के पास यह नाम भेजा जाएगा जिसपर आखिरी मुहर राज्य सरकार की लगेगी ।
तालों के लिए प्रसिद्ध है अलीगढ़
अलीगढ़ की पहचान देशभर में यहां पर बनाये गए तालों को लेकर है। यहां ताला बनाने के उधोग देशभर में प्रसिद्ध है । इसी वजह से इसे तालानगरी भी कहा जाता है । यहां की अलीगढ़ यूनिवर्सिटी भी देशभर में प्रसिद्ध है। 1875 में सर सैयद अहमद खां ने मोहमडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज के नाम से इसे बनाया गया था । बाद में 1920 में इसका नाम बदलकर अलीगढ़ यूनिवर्सिटी कर दिया गया ।
यहां के ताले देशभर में प्रसिद्ध है । यहाँ से विदेशों में भी ताले भेजे जाते है। स्थानीय कारीगर ही इन उधोग में काम करते है ।
मैनपुरी का नाम होगा मयनपुरी
मैनपुरी में भी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बदलते ही नाम रखने का प्रस्ताव जिला पंचायत सदस्यों द्वारा रखा गया । जिसे पास कर दिया गया। हालांकि इस पर काफी विवाद भी हुआ । बता दे कि उस सीट पर अधिकतर समाजवादी पार्टी का कब्जा रहता था । इस बार परिस्थितियों के बदलने से अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा समर्थित उम्मीदवार काबिज हुआ।
मैनपुरी को मयन ऋषि की जन्मस्थली माना जाता है । स्थानीय निवासी मैनपुरी का नाम मयन ऋषि के नाम पर मयनपुरी करने की मांग लंबे समय से कर रहे थे । मैनपुरी का नाम मयनपुरी रखने का प्रस्ताव पास हो गया है। अब इसे राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा।जहां इसपर आखिरी मुहर लगेगी।