नोएडा। 1500 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले के मामले में सीबीआई ने सोमवार को यूपी के बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटा व बीएसपी विधायक विनय शंकर तिवारी की कंपनी से जुड़े मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी की है। सीबीआई की तरफ से यह कार्रवाई नोएडा, गोरखपुर, लखनऊ समेत कई जगह की।
हरिशंकर तिवारी के बेटे तिवारी गोरखपुर चिल्लूपार से बीएसपी विधायक है। विनय शंकर तिवारी से जुड़ी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस पर 1500 करोड़ के बैंक लोन घोटाले का आरोप है। हरिशंकर तिवारी को पूर्वांचल का बाहुबली नेता भी माना जाता है। लोन घोटाले के मामले में बैंक की तरफ से उनकी कंपनी पर लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने और भुगतान न करने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। सीबीआई ने विनय तिवारी से जुड़ी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज, मैसर्स कंदर्प होटल प्राइवेट लिमिटेड समेत कई कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की।
राजनीति में बड़ा कदम रहा हैं बाप-बेटा का
शुरुआती का हार का सामने करने वाले हरिशंकर 1985 में चिल्लूपार से विधायक बने। उसके बाद यह सीट तिवारी के नाम से जानी जाने लगी। यहां तक की यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे वीरबहादुर सिंह लाख कोशिशों के बाद भी चिल्लूपार से सीट नहीं छीन सके। हरिशंकर तिवारी 1989,91,93,96 और 2002 में यहां से जीते। यहां तक की वर्चस्व के चलते राज्य मंत्री तक की कुर्सी हासिल की।
विनय तिवारी ने 2017 में जीत की हासिल
2007 में इस सीट पर राजेश त्रिपाठी को बीएसपी ने चुनाव लड़ाया। 2012 में भी इसी सीट से राजेश ने जीत हासिल की, लेकिन 2017 में बीएसपी ने हरिशंकर के बेटे विनय तिवारी को चिल्लूपार से दिया तो राजेश त्रिपाठी ने पार्टी छोड़ दी। विनय तिवारी चुनाव लड़े और विधायक बने।