कानपुर नृशंस हत्याकांड की आरोपी खुशी दुबे एक बार फिर चर्चाओं में आ गई हैं। इस बार सोशल मीडिया के गलियारों में उनका एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्हें मस्ती से झूमते हुए देखा जा रहा है।
बता दें, कानपुर के बहुचर्चित बिकरु कांड की आरोपी खुशी दुबे इन दिनों कानपुर देहात की माती जिला जेल में बंद हैं। उनपर आरोप है कि 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में खुशी ने विकास दुबे और उसके गुर्गों का साथ दिया था
Video of #KhushiDubey, close aide of gangster #VikasDubey, doing #Zumba with jail inmates surfaces on internet #ViralVideo pic.twitter.com/eo5AVet1X4
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) April 19, 2022
डांस करती दिखी खुशी दुबे
अब सोशल मीडिया पर बिकरु कांड की आरोपी खुशी का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्हें अन्य महिला कैदियों के साथ जुंबा डांस करते हुए देखा जा रहा है। इस वीडियो को अधिक से अधिक शेयर किया जा रहा है जिसपर यूजर्स भर-भरके प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।
बताया जा रहा है यह वीडियो तब का है जब माती जिला जेल में तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया था। इस दौरान प्रसिद्ध योगा ट्रेनर किरन गुप्ता को महिला बंदियों को योगा की ट्रेनिंग देते हुए देखा गया था। जिला जेल के अधिकारियों ने इस शिविर का आयोजन महिला कैदियों को मानसिक एवं शारीरिक रुप से स्वस्थ रखने के उद्देश्य से किया था।
बिकरु कांड से 2 दिन पहले हुई थी शादी
मालूम हो, बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के दाहिने हाथ अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे पिछले 21 महीनों से जेल में बंद हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने पुलिसवालों को मारने में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों की सहायता की थी। पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीदट के मुताबिक, खुशी का विवाह अमर से बिकरु कांड के दो दिन पहले ही हुआ था। हालांकि, इस घटना के बाद उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था।
वहीं, विकास दुबे और उसके गुर्गों को पुलिस ने 8 दिनों के भीतर ढूंढकर एनकाउंटर में मार गिराया था।
पुलिस टीम पर किया था हमला
गौरतलब है, इस पूरे मामले की शुरुआत चौबेपुर के जादेपुरधस्सा निवासी राहुल तिवारी से हुई थी। उन्होंने विकास दुबे और उसके साथियों के खिलाफ थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था। इस संबंध में बिल्हौर सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में 2 जुलाई 2020 को देर रात बिकरु में दबिश दी गई थी। इस दौरान विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था और 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था।
इस पूरी घटना ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया था। हालांकि, यूपी पुलिस ने महज़ 8 दिनों के भीतर विकास दुबे और उसके एक-एक साथियों को ढूंढकर मौत के घाट उतार दिया था।