राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी मामले में सोमवार को रायपुर में कांग्रेस नेताओं की तरफ से एफआईआऱ दर्ज कराई गई थी। इस दौरान आरोपी कालीचरण महाराज के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी। हालांकि, बाबा के सुर अब भी नहीं बदले हैं। शिकायत दर्ज कराने के 24 घंटों के भीतर कालीचरण ने आठ मिनट का वीडियो जारी कर सनसनी फैला दी है।
गांधी का विरोधी हूं
इस वीडियो में कालीचरण ने कहा है कि महात्मा गांधी को गाली देने को लेकर मुझे कोई अफसोस नहीं है। मुझे फांसी पर भी चढ़ा दोगे तो मेरे सुर बदलने वाले नहीं हैं। कालीचरण ने पुलिस प्रशासन और सरकारों को चुनौती देते हुए कहा कि ऐसी एफआईआर से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं गांधी का विरोधी हूं और गांधी से नफरत करता हूं। इसके लिए अगर फांसी की सजा भी सुनाई जाएगी तो स्वीकार है।
बंटवारे के जिम्मेदार गांधी
बता दें, रविवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्मसंसद में खुले मंच से कालीचरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें देश के बंटवारे का जिम्मेदार ठहराया। बाबा ने गांधी जी पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए कहा उन्होंने कांग्रेस में वंशवाद को बढ़ावा देने का काम किया है। अगर गांधी पंडित नेहरू की जगह सरदार पटेल को सत्ता सौंप देते तो देश अमेरिका से भी आगे होता और भारत आज सोने की चिड़िया कहलाता।
भगत सिंह और राजगुरु की मौत के जिम्मेदार गांधी
इसके अलावा कालीचरण ने बापू के खिलाफ जहर उगलते हुए उन्हें भगत सिंह और राजगुरु की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, गांधी जी को राष्ट्रपिता मानने से इनकार करते हुए बाबा ने कहा कोई राष्ट्र का पिता नहीं हो सकता। राष्ट्रपिता बनाना है तो छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप और सरदार पटेल जैसे लोगों को बनाना चाहिए, जिन्होंने राष्ट्रकुल को एकत्र करने का काम किया।
गोडसे को किया नमन
इतना ही नहीं, कालीचरण ने मूर्खता की हद पार करते हुए गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को नमन किया साथ ही राष्ट्रपिता को गाली दी।
नवाब मलिक ने की कार्रवाई की मांग
मालूम हो, कालीचरण महाराज द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो के आधार पर लोग उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा में सोमवार को इस मुद्दे पर चर्चा हुई। महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कालीचरण के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव पेश किया।
‘फर्जी बाबा’ है कालीचरण
मंत्री ने कालीचरण को फर्जी बाबा बताते हुए कहा कि इंटरनेट मीडिया पर फर्जी बाबा का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह महात्मा गांधी के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई महात्मा गांधी की विचारधारा का विरोधी हो सकता है, लेकिन उनके हत्यारों की प्रशंसा कैसे की जा सकती है ? यह काम पिछले सात साल से किया जा रहा है। नाथूराम गोडसे के मंदिर बनवाए जा रहे हैं। हमें ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
गौरतलब है, महाराष्ट्र में इस मुद्दे पर इसलिए बहस हो रही है क्योंकि कालीचरण मूल रुप से महाराष्ट्र के अकोला के निवासी हैं। इसलिए शिवसेना सरकार कालीचरण पर कार्रवाई का मूड बनाती दिख रही है।