असम में शिव पार्वती के गेटउप में बीच सड़क पर युवक युवती का एक दूसरे से लड़ना पड़ गया भारी. जी हां असम से एक ऐसा मामला सामने आया हैं जहां शिव पार्वती का वेश भूषा में दो कलाकार बीच सड़क पर सबके सामने एक दूसरे से झगड़ पड़े. इनका झगड़ा इतना बढ़ गया की ये मामला पुलिस स्टेशन तक पहुंच गया.
आप को बता दें जब से फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली का पोस्टर रिलीज़ किया है , जिसमें उन्होंने काली को सिगरेट पीते हुए दिखया था. जिसके बाद से लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया, लीना पर लोगों के आस्था और भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा, यहां तक की कई राज्य में लीना के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराये गए हैं.
लेकिन इसके बावजूद लीना नहीं रुकी इन्होंने कुछ दिन बाद ही अपने ट्विटर अकाउंट पर एक और पोस्ट फिर शेयर किया और इसमें भगवान शिव और माता पार्वती का रोल अदा करने वाले कलाकारों को धुम्रपान करते हुए दिखया था. ये पोस्ट शेयर कर लीना ने जलती आग में घी डालने का काम किया था एक बार फिर लोगों में गुस्सा भड़क उठा और लोग लीना के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे थे
लीना का मामला अभी गर्म हो था कि, इसी बीच असम का ये मामला सामने आ गया, जिसमें शिव पार्वती के वेशभूषा में दो लोग लीना का मामला अभी गर्म ही था कि, इसी बीच असम का ये मामला सामने आया है जिसमें शिव पार्वती के वेशभूषा धारण किये हुए दोनों कलाकार आपस में झगड़ पड़े.
चलिए आपको बताते हैं ये पूरा माजरा आखिर है क्या दरअसल असम के नगांव शहर की सड़कों पर सुबह के समय एक युवक और एक युवती शिव पार्वती के वेशभूूूूषा में बुलेट पर निकले थें, अब अचानक उनके बुलेट में पेट्रोल ख़त्म हो गया. इन दोनों को अपने मंजिल तक पहुंचने में देरी होने लगी इसी बात पर पार्वती के गेटउप में जो युवती थी वो नाराज होने लगी, शिव का गेटअप धारण किये युवक को भी गुस्सा आया और दोनों में गहमागहमी इतनी बढ़ गई की सड़क पर लोगों का हुजूम लग गया. दोनों के बीच बढ़ते पेट्रोल के दाम और बढ़ती महंगाई को लेकर भी बहस होने लगी. जैसी ही ये खबर हिन्दू संगठन तक पहुंची उन्होंने देवी देवताओं का अपमान का आरोप लगाते हुए दोनों के खिलाफ पोलिसे में मामला दर्ज करा दिया और पुलिस ने शिव बने युवक को हिरासत में ले लिया।
लेकिन मामले में ट्विस्ट तब आया जब शिव बने युवक और पार्वती बनी युवती ने अपने झगड़े की असली वजह बताई. दरअसल इन दोनों ने पूछताछ के दौरान बताया कि, ये दोनों लड़ने का नाटक कर रहे थें असल में नहीं झगड़ रहे थें, इन दोनों ने बताया कि ‘अपने नाटक के जरिये हम लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे. लोग अक्कसर अपनी समस्या लेकर भगवान शिव और माता पार्वती के पास जाते हैं, बस हम दोनों शिव और पार्वती का रूप धारण कर लोनों में जागरूकता फ़ैलाने का प्रयास कर रहे थें’. इन्होने आगे बतया की अक्कसर लोग जागरूकता फ़ैलाने के लिए रैलियां निकालते हैं जिसमें खर्चा ज्यादा लगता है, हम क्रिएटिव तरीके से लोगों को समझाना चाहते थें. हालांकि इन दोनों कलाकारों की बातों से हिन्दू संगठन के लोग सहमत नहीं हुए , उन्होंने कहा इन दोनों ने देवी देवताओं को गलत ढंग से पेश किया है और उनका अपमान भी किया है जो किसी भी हाल में स्वीकार नहीं है.