बिना डेबिट या क्रेडिट कार्ड के कुछ लोगो के एकाउंट खाली हुए तो पुलिस भी चक्कर मे पड़ गयी कि हुआ क्या ! किसने और कैसे इन एकाउंट्स से पैसे निकाले ।
ऐसा फ्रॉड एक या दो लोगो के साथ नही बल्कि सैकड़ो लोगो के साथ हुआ। जब पुलिस के पास लगातार पीड़ित पहुँचने लगे तो जांच में बेहद सनसनीखेज चीजे सामने आई ।
मामला पलवल का है जहां फर्जीवाड़े में संलिप्त एक गैंग ने अंगूठे के क्लोन तैयार करके बैंक खातों को खाली कर दिया ।
बॉयोमेट्रिक मशीन से निकाले पैसे
पुलिस जांच में सामने आया कि पीड़ित व्यक्तियों में अधिकतर डेबिट या क्रेडिट कार्ड का प्रयोग नही करते थे । जिनके पास कार्ड भी था वह भी रकम निकलने ले समय घर पर था। जांच की तो पता चला कि पैसे बॉयोमेट्रिक मशीन से निकाले गए है। लेकिन अब फिर पुलिस के सामने सवाल था कि एकाउंट होल्डर के अलावा बॉयोमेट्रिक से कोई दूसरा कैसे पैसे निकाल सकता है ।
रजिस्ट्री आफिस से चुराते थे अंगूठा के निशान और बनाये रबर के अंगूठे
आरोपियों ने बताया कि वे रजिस्ट्री ऑफिस में अंगूठो के निशान चुराते थे । जिसके बाद वे उन्ही के आधार पर ये पता करते थे कि किस किस के एकाउंट आधार से लिंक है । इसके बाद वे अंगूठो के निशान के आधार पर रबर के अंगूठे तैयार करते । पैसे ट्रांसफर करने के लिए उन्हें वॉलेट की जरूरत होती है । जिसे वो मजदूरों से किराए पर एकाउंट लेकर पूरा करते । इसके बाद वॉलेट से पैसे ट्रांसफर कर निकाल लिए जाते ।
तीसरी पास युवक है फर्जीवाड़े में अव्वल
पकड़े गए आरोपितों में से एक युवक बिहार का रहने वाला आमिर है ।आमिर तीसरी पास है लेकिन ठगी के इस धंधे में उसका दिमाग बाकी सब से तेज चलता है । एक अन्य आरोपी ग़ाज़ियाबाद का रहने वाला रोहित त्यागी है जोकि BCA पास है । रोहित ही इस गैंग का मास्टरमाइंड है । एक अन्य आरोपी बिहार निवासी चितरंजन है जोकि 10 वी पास है ।
पकड़े गए 186 नकली अंगूठे
आरोपियों के पास से पुलिस ने 186 क्लोन अंगूठे , बॉयोमेट्रिक मशीन , 11 डेबिट कार्ड , विभिन्न कंपनियों की 270 सिम और हजारो की संख्या में रजिस्ट्रेशन के कागज मिले है ।
एसएसपी दीपक गहलोत के अनुसार आरोपितों को रिमांड पर भेजा जा रहा है साथ ही उनसे सूचना जुताई जाएगी कि अभी तक कितने लोगों के साथ फ्रॉड कर चुके है ।