बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता गोविंदा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपनी एक्टिंग से हर किसी को दीवाना बनाया है। 90 के दशक का यह स्टार आज भी जब फिल्मी पर्दे पर दिखाई पड़ता है तो लोगों की भूली-बिसरी यादें ताज़ा हो जाती हैं।
गोविंदा को उनकी जबरदस्त कॉमिक टाइमिंग के लिए याद किया जाता है। इसके अलावा उन्हें सीरीयस रोल्स के लिए भी खूब सराहा जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि गोविंदा को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा था।
आज हम आपको हिंदी सिनेमा जगत के मशहूर अभिनेता गोविंदा की संघर्षगाथा के विषय में बताने जा रहे हैं।
आर्थिक संकट से जूझ रहा था परिवार
आपको जानकर हैरानी होगी कि गोविंदा के पिता अरुण आहूजा एक फिल्ममेकर थे जबकि उनकी पत्नी और एक्टर की मां निर्मला देवी एक जानी-मानी क्लासिकल डांसर थीं।
कहा जाता है कि गोविंदा का जन्म उस वक्त हुआ था जब उनका परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था। इस बात का खुलासा अभिनेता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। उन्होंने अपनी स्ट्रगल को लेकर पूछे गए सवाल के विषय में बात करते हुए कहा था कि, जब आप अपने लिए स्ट्रगल कर रहे हों तो समय पता नहीं चलता है लेकिन जब आप अपने साथ-साथ किसी और के लिए भी संघर्ष कर रहे हों, उस वक्त तकलीफ ज्यादा होती है। समय बहुत देरी से कटता है।
फिल्म की वजह से छूट गया था बंगला
एक्टर ने बताया था कि उनके पिता ने उनके जन्म से पहले एक फिल्म का निर्माण किया था। बदकिस्मती से वह फिल्म बॉक्सऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी जिसकी वजह से उनका सारा पैसा डूब गया था। इसके बाद उन्हें काठरोड स्थित बंगले को छोड़कर विरार के एक छोटे से घर में शिफ्ट होना पड़ा था।
मां की तकलीफ देखकर भावुक हो गए थे गोविंदा
गोविंदा ने बताया था कि उस दौरान उन्हें अपनी मां की हालत देखकर बहुत तकलीफ होती थी। उन्हें छोटी-छोटी चीज़ों के लिए संघर्ष करना पड़ता था। एक्टर ने ट्रेन से जुड़ा एक किस्सा साझा करते हुए बताया था कि एक बार वे अपनी मां के साथ कहीं जा रहे थे। उस दौरान मुंबई की लोकल ट्रेन काफी भरीं थीं। इसलिए वे अपनी मां के साथ स्टेशन पर खड़ो होकर ट्रेन का इंतज़ार कर रहे थे। धीरे-धीरे 5-6 ट्रेन निकल गईं लेकिन उनकी मां को सीट नहीं मिली। मां की यह तकलीफ देखकर गोविंदा की आंखें नम हो गई थीं। वे तुरंत अपने मामा के पास दौड़कर गए और उनसे कुछ पैसे उधार लाकर मां की टिकट फर्स्ट एसी में कराई थी।
एक्टर ने बताया था कि इस घटना ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया था। इसके बाद उन्होंने फैसला कर लिया था कि वे नाम और पैसा इतना कमाएंगे जिससे उनकी मां को कभी कोई तकलीफ न हो।