हमेशा से स्ट्विजरलैंड अपनी सुंदरता के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध रहा है। यहां के वातावरण का आनंद उठाने के लिए सैकड़ों पर्यटक हर साल स्ट्विजरलैंड छुट्टियां मनाने के लिए पहुंचते हैं। आमतौर पर यह देश अपनी खूबसूरती के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है लेकिन एक और चीज़ है जिसके लिए स्ट्विजरलैंड को जाना जाता है। वह है यहां के स्विस बैंक्स।
स्विस बैंक्स का नाम आते ही काले धन का जिक्र होने लगता है। स्ट्विजरलैंड की इन बैंकों को काले धन की जमाखोरी का अड्डा माना जाता है। आखिर इन बैंकों की सच्चाई क्या है? क्या वाकई में इन बैंकों में काला धन छिपाकर रखा जाता है? आज हम आपको इसी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे।
अक्सर चुनावों के समय पार्टियां दावा करती हैं कि सरकार बनने के बाद विदेशों में छिपा काला धन देश में वापिस लाया जाएगा। राजनीतिक दल वादा करते हैं कि इस पैसे को वापिस लाकर गरीबों के हित में यूज़ किया जाएगा। हालांकि, सरकारों के ये वादे पूरी तरह से खोखले होते हैं। इनमें ज़रा भी सच्चाई नहीं होती है।
क्यों रिवील नहीं की जाती आइडेंटिटी?
इसकी वजह है स्ट्विजरलैंड के बैंकों की पॉलिसी। दरअसल, इस देश की बैंक्स खाताधारक की पहचान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए अनुबद्ध होती हैं। बैंक स्विस फेडरल बैंकिंग एक्ट के गोपनीयता कानून के सेक्शन 47 के तहत कोई भी बैंक किसी भी अकाउंट होल्डर की पर्सनल डीटेल्स किसी के साथ तब तक साझा नहीं कर सकती है जब तक वह किसी वित्तीय अपराध में न शामिल हो।
भारतीयों का ‘काला धन’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2020 में स्विट्जरलैंड की तरफ से भारतीय खाताधारकों द्वारा जमा किए गए पैसों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि साल 2020 में भारतीयों ने स्विस बैंक में लगभग 20,700 करोंड़ रुपये जमा किए थे। हैरानी की बात ये है कि यह आंकड़ा हर साल बढ़ता जा रहा है।
ऑनलाइन खुलवा सकते हैं बैंक अकाउंट
आमतौर पर माना जाता है कि जिन लोगों के पास पैसा अधिक होता है स्विस बैंक में वही लोग खाता खुलवाते हैं। आपको बता दें, यह बात सरासर गलत है। एक नॉर्मल व्यक्ति भी स्विस बैंक में अपने नाम से अकाउंट खुलवा सकता है। खाते को खुलवाने के लिए आप घर बैठकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
आगे की प्रक्रिया के लिए आपको अपने ओरिजनल दस्तावेज़ भेजने होंगे जिन्हें सरकारी एजेंसियों द्वारा सत्यापित किया गया जाना अनिवार्य है। आप अपनी ये डीटेल्स ई-मेल के जरिये भी भेज सकते हैं।
क्या होते हैं नंबर्ड अकाउंट?
वहीं, अगर आप बिना नाम का अकाउंट खुलवाने के लिए आपको स्ट्विजरलैंड जाना पड़ेगा। आमतौर पर इस तरह का खाता वही लोग खुलवाते हैं जो टैक्स चोरी करते हैं। ऐसे खातों को नंबर्ड अकाउंट का नाम दिया जाता है। इन खाताधारकों को एक नंबर प्रोवाइड किया जाता है जिसके वे ट्रांजैक्शन कर पाते हैं।