हाल ही में केजीएफ 2 ने कमाई के मामले में कई रिकॉर्ड बनाये हैं। दर्शकों को रॉकी भाई के डायलॉग्स और एंट्री खूब पसंद आई थी। केजीएफ फ़िल्म के कारण कन्नड़ फिल्मों के सितारे यश को खूब प्रसिद्धि मिली। भारत के साथ ही विश्व मे भी यश को खूब लोप्रियता मिली। इस फ़िल्म में एक और नायिका थी जिन्हें लोगों ने खूब पसंद किया। फ़िल्म की हेरोइन रही श्रीनिधि शेट्टी के साथ यश की माँ शांतम्मा का किरदार निभाने वाली अर्चना जोइस (Archana Jois) के अभिनय की भी खूब प्रशंसा हुई।
अर्चना को केजीएफ से मिली लोकप्रियता
केजीएफ के कई प्रमुख संवाद माँ और बेटे से संबंधित थे। फ़िल्म का किरदार रॉकी कई मौकों पर अपनी मां को याद करता है। रॉकी की माँ के संघर्षपूर्ण जीवन को भी फ़िल्म में दिखाया गया। अर्चना जोइस के अभिनय से ही वह किरदार निखर कर आ पाया। केजीएफ अर्चना जोइस की पहली फ़िल्म थी, लेकिन उन्हें देखकर लगता है मानो वे कई फिल्में करके बैठी हों। केजीएफ के बाद से अर्चना को खूब संदेश आए। उनके इंस्टाग्राम में भी फ़ॉलोवर्स की संख्या बढ़ी। उन्हें कई फिल्मों के आफर आये लेकिन वह सहीं कदम लेते हुए फिल्मों का चयन बेहद बारीकी से कर रहीं हैं।
कत्थक में अभ्यस्त हैं अर्चना
27 वर्षीय अर्चना जोइस बैंगलोर से ताल्लुक रखती हैं। वह बचपन से ही नृत्यकला में विश्वास रखती थी। उन्होंने कत्थक की ट्रेनिंग ली हुई है। कत्थक से उन्हें बेहद लगाव है। अर्चना ने कई डांस रियलिटी शो में हिस्सा लेने के साथ ही अपने डांस का हुनर भी दिखाया है। इसके साथ ही अर्चना कई स्टेज शोज भी करती है। उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल में उनकी कई तस्वीरें देखने को मिल जाएंगी जिसमें वे तरह-तरह की डांस फॉर्म के पोज़ में दिख जाएंगी। अर्चना के पति का नाम श्रेयस जे उडूपा है। दोनों कमाल के कपल लगते हैं।
टीवी सीरियल के ज़रिए मिला केजीएफ में चांस
कन्नड़ भाषा के टीवी सीरियल ‘महादेवी’ में वे सुंदरी का किरदार निभाती थी। वह शो बेहद लोकप्रिय हुआ। सुंदरी के किरदार से उन्हें लोगों ने पहचानना शुरू कर दिया था। खबर बताते हैं कि इस बीच उन्हें कुछ लौ बजट फिल्मों के आफर भी आने शुरू हुए थे। अर्चना को इस सीरियल में देखकर केजीएफ का आफर दिया गया ऐसा कहा जाता है।
उनका स्क्रीन टेस्ट लिया गया। उन्हें कई दिनों तक मेकर्स के साथ किरदार को अच्छे से समझने के लिए बैठना पड़ा। अर्चना बताती हैं कि उन्होंने भी कभी नही सोचा था कि केजीएफ इतनी बड़ी हिट हो जाएगी और उनके दमदार अभिनय की प्रशंसा विदेशों में भी की जाएगी।
टाइपकास्ट से बचते हुए माँ के रोल नही करना चाहती
जब अर्चना को केजीएफ में मां का रोल मिला तब वे मात्र 21-22 वर्ष की होंगी फिर भी फ़िल्म के क्रू के समझाने पर वे इस रोल के लिए राजी हुई। शूट के दौरान उनकी मुलाकात कभी भी यश से नही हुई थी। केजीएफ में उनके अभिनय के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का साइमा अवार्ड मिला। अर्चना ने इंटरव्यू में कहा कि अब कितना भी पैसा दो, कितना भी बड़ा प्रोडक्शन हाउस हो, वो फिर से माँ की भूमिका नही करना चाहती। वे दूसरे किरदार जीना चाहती है।
वे देखना चाहती हैं कि वे अपने टैलेंट को और किन किन किरदारों में उपयोग कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम अगले 20 साल तक तो वो माँ की भूमिका नही करना चाहती है। उनका ये निर्णय लाजवाब है क्योंकि वे टाइपकास्ट से बचना चाह रही हैं और निर्णय उनके एक्टिंग करियर के लिए बेहद सहीं हैं।