ये बात जानकर हैरानी जरूर होती है, की जो देश चारो तरफ रेत से ढका हो जिसके पास खुद का पानी पीने के लिए न हो,वो देश दिन पर दिन ऐसे अदभुत डेवलपमेंट कर रहा है जिसे देख सभी की आंखे खुली की खुली रह जाती हैं.दुबई आलीशान और ऊंची ऊंची इमारतों के लिए पूरे विश्व में विख्यात है.और अब एक और नया कीर्तिमान दुबई ने रच दिया है, “म्यूजियम ऑफ फ़्यूचर” बना कर.
लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली ये ईमारत आम लोगों के लिए 23 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और दुबई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन रशीद अल मकतूम द्वारा खोल दिया गया है.
अब हम आप को बताते हैं फ्यूचर ऑफ म्यूजियम के बारे में, गौर से देखा जाए तो इस म्यूजियम का आकार एक आंख की तरह है एक ऐसी आंख जो लोगों को उनका भविष्य बताएगी.जी हां इस म्यूजियम को देखना लोगों के लिए भविष्य की एक काल्पनिक यात्रा में जाने जैसा है. दुबई सरकार का दावा है कि इस म्यूजियम में लोगों को साल 2071 तक की यात्रा कराई जाएगी और बताया जाएगा कि साल 2071 में दुनिया कैसी होगी कौन-कौन सी नई टेक्नोलॉजी होगी, कौन-कौन सी नई सुविधाएं होंगी.
म्यूजियम ऑफ फ्यूचर का निर्माण 30 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में हुआ है.ये ईमारत सात मंजिला में बनी हुई है इसमें एक भी पिलर नहीं है यह अपने आप में इंजीनियरिंग का एक चमत्कार माना जा रहा है. म्यूजियम की ऊंचाई 78 मीटर है इसके बाहरी पैनल पर अरबी भाषा में कुछ बातें लिखी गईं हैं.
इस म्यूजियम में रोशनी के लिए 4000 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होती है और बिजली उत्पाद के लिए सौर पैनलों का उपयोग किया जाता है.इस म्यूजियम का निर्माण दुबई फ्यूचर फाउंडेशन ने किया है. म्यूज़ियम का निर्माण अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से किया गया है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ह्यूमन मशीन, रोबोट जैसी टेक्नोलॉजी का उपयोग है.
वैसे देखा तो जाए म्यूजियम एक परंपरागत इमारत होती है जिसमें हमारे इतिहास से जुड़ी संस्कृति से जुड़ी चीजें संग्रहित की जाती हैं और उस पर रिसर्च किया जाता है, लेकिन दुबई का यह म्यूजियम अलग है यहां भविष्य का संग्रहालय है, एक लाइव म्यूजियम है जहां लेटेस्ट टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट को ध्यान में रखते हुए सभी का विस्तार किया गया है. वैसे तो दुबई में सैकड़ों बिल्डिंग हैं दर्जनों इमारतें बन रही है लेकिन म्यूजियम ऑफ फ्यूचर सबसे अलग है.यह अपने आप में लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाला है.