कुछ पाने का जज़्बा और मेहनत के चलते क्या चीज़ है जो हांसिल नहीं हो पाती. वो कहते है ढूंढने पर तो भगवान भी मिल जाते है, बस इच्छा होनी चाहिए. इसी इच्छाशक्ति के बल पे जेल में हत्या के जुल्म में सजा काट रहे एक कैदी ने IIT का एंट्रेंस एग्जाम पास कर दिखाया है. जिसके चलते देश्बभर में उन्होंने अपने नाम एक मुकाम किया है और बाकि बच्चो के लिए भी एक उदाहरण पेस किया है.
नवादा मंडल कारगार का है कैदी
जेल में सजा काट रहे सूरज कुमार ने कुछ ऐसा जो बहार रहने वाले समपूर्ण सुविधाओं के बाद भी कुछ लोग हांसिल नहीं कर पाते. सूरज कुमार ने जेल जैम यानि जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स की परीक्षा न केवल पास की बल्कि AIR 54 रैंक भी अपने नाम की. बीते हफ्ते निकले परिणाम के बाद अब सुरजा IIT रूढ़की में एडमिशन लेकर अपनी आगे की पढाई करेंगे.
काराधीक्षक का था सहयोग परिवार वालो के अनुसार जेल में रहकर पढ़ाई पर ध्यान देने में साथ ही बाकी सुविधाओं में काराधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय का बड़ा हाथ है. परिजनों का मानना है की सूरज कुमार की सफलता के पीछे अभिषेक कुमार पांडेय का भोड़ बड़ा सहयोग रहा है. अभिषेक कुमार पांडेय ने उन्हें किताबें, नोट्स, और अन्य ज़रूरी चीज़ो की सहूलियत प्रदान की थी. जिसके बदौलत सूरज इस मुकाम पर आ सके है.
किस जुल्म की काट रहे है सजा?
जानकारी बता दें की सूरज कुमार पर हत्या का आरोप लगाया गया था. सूरज कुमार वारिसलीगंज के रहने वाले है, इनके पिता का नाम अर्जुन यादव है, IIT की तैयारी तो वे पहले से ही कोटा में रहकर कर रहे थे. इसी बीच कुछ ऐसा हुआ जिसके कारन उन्हें जेल में कैडो बनना पड़ा. दरअसल कोटा में तैयारी के दौरान गांव में नाली विवाद में मुठभेड़ हुई जिसमे एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी थी, जिसकी हत्या के आरोप में सूरज को नामजद गिरफ्तार किया गया था और उसी की सजा के बतौर वे अब तक जेल में सजा काट रहे थे.