आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा उम्मीद से काफी कम कलेक्शन कर रही है. लोग फिल्म देखने नहीं जा रहे हैं. इस कमजोर कलेक्शन पर कई सारे स्टार्स का बयान आया है. हाल ही मशहूर अभिनेता आर माधवन ने भी इस मामले में अपना बयान दिया है. माधवन ने इस मामले पर बोलते हुए कुछ ऐसी बात कही है जो हर एक दर्शक और ऑडियंस को सुननी चाहिए।
बदले हुए दर्शकों को समझें-
माधवन ने कहा की अब फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर्स को ये समझ लेना चाहिए की वो एक ऐसे दर्शक के लिए फिल्म बना रहे हैं जो लॉकडाउन के दौरान विश्व स्तरीय कंटेंट देख चुका है. उसका टेस्ट बदल बदल चुका है.अगर हम सबको पता होता की लाल सिंह चड्ढा क्यों नहीं चली तो हम सभी हिट फिल्म बना रहे होते। कोई भी डायरेक्टर यह सोचकर फिल्म नहीं बनता की यह एक गलत फिल्म है. उसे यही लगता है की यह एक शानदार फिल्म होने वाली है.
कोई दोषी नहीं-
माधवन ने कहा की मैं लकी था की मेरी फिल्म एक बायोपिक था. यह फिल्म कभी भी काम करती चाहे कोरोना के पहले यह रिलीज होती या फिर कोरोना के बाद. और अगर कोई फिल्म नहीं चलती है तो इस पर किसी को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। एक फिल्म बनाने में बहुत मेहनत लगती है. मुझे लगता है की दर्शकों को थिएटर तक खींच कर लेकर आने में अभी समय लगेगा। कोरोना के बाद दर्शकों का नजरिया बदल गया है. उस नजरिये को हमें समझना पड़ेगा। अब दर्शक कुछ अलग देखना चाहता था. हमें थोड़ा स्क्रीनप्ले पर काम करना होगा और इस तरह से हम कुछ बेहतर कर सकते हैं.
लाल सिंह चड्ढा नहीं हुई सफल-
एक लम्बे वक्त के बाद आमिर खान परदे पर आए लेकिन फिर भी उनकी यह मोस्ट अवेटेड फिल्म नहीं चल पाई. boycott के कल्चर की वजह से आमिर खान को अच्छा खासा नुकसान हुआ है. लगातार बॉयकॉट होने के बाद आमिर ने लोगों ने निवेदन किया था की वो इस फिल्म को देखने जाएं लेकिन लोगों ने उनकी अपील और निवेदन को खारिच करते हुए खुद को सिनेमाघरों से दूर कर लिया। अब देखना ये है की आगामी फिल्मों में आखिर बायकाट का कल्चर कितना काम करता है.
आज के समय में बॉलीवुड में सबसे बड़ा चर्चा का विषय boycott है और सभी बड़े स्टार्स अपने प्रोजेक्ट्स को लेकर डरे हुए हैं.