बीते दिन पूरे देश में विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ को खूब धूमधाम से मनाया गया। इस दिन राजधानी दिल्ली से लेकर तमिल नाडु तक चारों तरफ सुरक्षा बलों के पराक्रम और उनकी वीरता को नमन करते हुए तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विजय दिवस के शुभ अवसर पर केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन सभी सैनिकों को याद करना था जिन्होंने अपने शौर्य का परिचय देते हुए 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर कर दिया था।
नेशनल वॉर मेमोरियल पर आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भी शिरकत की। उनके साथ-साथ तमाम केंद्रीय मंत्रियों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस दौरान पीएम ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 50वें विजय दिवस पर मैं वीरांगनाओं और भारतीय सशस्त्र बलों के वीरता और बलिदान को याद करता हूं। हमने साथ मिलकर दमनकारी ताकतों से लड़ाई लड़ी और उन्हें हराया है।
इंदिरा की निर्भीकता ने भारत को दिलाई जीत
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत की ऐतिहासिक जीत का जितना श्रेय सुरक्षाबलों को जाता है ठीक उतना ही योगदान उस वक्त की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी है। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी निर्भीकता और मजबूत इरादों का परिचय देते हुए पाकिस्तान से लोहा मोल ले लिया था। जिसके बाद सुरक्षाबलों के शौर्य और उनके पराक्रम के दमपर देश ने पाकिस्तान जैसे आतंकवादी मुल्क को घुटने पर आने के लिए विवश कर दिया था।
दादी के अपमान पर भड़के राहुल
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर गुरुवार को उत्तराखंड में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी पर अपनी दादी का अपमान करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि मेरे परिवार ने देश के लिए कुर्बनी दी। मेरी दादी, पिता देश के लिए शहीद हुए। उन्होंने दिल्ली में आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि बांग्लादेश युद्ध को लेकर आज दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया गया। उस समारोह में इंदिरा गांधी का कोई जिक्र नहीं था। जिस महिला ने इस देश के लिए 32 गोलियां खाईं, उनका नाम निमंत्रण में नहीं था क्योंकि यह सरकार सच से डरती है।
प्रियंका का भी फूटा गुस्सा, किया ट्वीट
केंद्र सरकार द्वारा आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम में देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र ना होने पर प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमारी पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी को भाजपा सरकार के विजय दिवस समारोह से बाहर रखा जा रहा है। उन्होंने जिस दिन भारत को जीत दिलाई और बांग्लादेश को आजाद कराया उस दिन की 50वीं वर्षगांठ पर उनका ही नाम गायब है। कांग्रेस की महासचिव ने आगे लिखा कि नरेंद्र मोदी जी, महिलाएं आपकी बातों पर विश्वास नहीं करती हैं।