पाकिस्तान की जेल में 22 वर्ष कैद रहे सरबजीत की बहन दलबीर कौर का निधन हो गया। दलबीर कौर कई दिनों से अमृतसर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी जहां दिल की बीमारी के कारण उन्होंने आखिरी सांस ली । उन्होंने पाक में कोट लखपत की जेल में बंद सरबजीत को भारत लाने की मुहिम छेड़ी थी। 2016 में सरबजीत पर फ़िल्म बनी जिसमे रणदीप हुड्डा ने सरबजीत का रोल निभाया, जिसे देख भावुक हुई सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने अभिनेता से एक वादा लिया था।

रणदीप से लिया था वादा
दरअसल, 22 साल तक पाकिस्तान की जेल में बंद रहे सरबजीत सिंह पर बनी बायोपिक में रणदीप हुड्डा ने सरबजीत का किरदार निभाया था । इस फिल्म में उनके अभिनय से प्रभावित होकर दलबीर कौर ने रणदीप हुड्डा को अपना भाई मान लिया था।
दलबीर ने कहा था कि ‘मैंने रणदीप (हुड्डा) में अपना भाई देखा है। मैं रणदीप से वादा चाहती हूं कि जब मैं मरूं तो वो मेरी अर्थी को कंधा दें…’ 2016 में जब फिल्म ‘सरबजीत’ रिलीज हुई, तो पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में शहीद हुए सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने अभिनेता रणदीप हुड्डा से यह वादा लिया था।

अभिनेता रणदीप हुड्डा ने निभाया वादा
इस वादे के 5 साल बाद जब दलबीर कौर का बीमारी से निधन हुआ तो एक्टर रणदीप हुड्डा अपना वादा निभाने भिखीविंड पहुंचे। जैसे ही रणदीप हुड्डा को उनके निधन की खबर मिली, वह अपना काम छोड़कर सरबजीत सिंह की बहन के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे और उनकी अर्थी को कंधा दिया ।
दलबीर कौर के परिवार को भी उम्मीद नही रही होगी कि अभिनेता को 5 साल पुरानी बात याद होगी या वो अपना वादा निभाएंगे।

अर्थी को कंधा देकर किया वादा पूरा
Dalbir Kaur का अंतिम संस्कार 26 जून को भिखीविंड में हुआ । रणदीप हुड्डा ने भिखीविंड पहुंच कर उनके परिजनो को सांत्वना दी और अर्थी को कंधा दिया । अपने दिए वादे को पूरा करते हुए उन्होंने उनकी चिता को मुखाग्नि भी दी ।
सरबजीत के लिए कई दिन रहे भूखे, घटाया था 18 किलो वजन
2016 में आई फिल्म ‘सरबजीत’ में दलबीर के भाई सरबजीत के रोल में अभिनेता ने साबित कर दिया कि किरदार के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते है । फ़िल्म में दलबीर के संघर्ष को दिखाया गया था कि किस तरह पाक जेल में बंद भाई को छुड़ाने के लिए उन्होंने संघर्ष किया ।
फ़िल्म में ऐश्वर्या राय ने सरबजीत की बहन दलबीर कौर का किरदार निभाया था। जिसे बहुत वाहवाही मिली । भाई बहन के रिश्ते पर यह फ़िल्म आज भी बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है।

क्या हुआ था सरबजीत के साथ
बता दें कि साल 1990 में पंजाब के गांव भिखीविंड का रहने वाला सरबजीत सिंह शराब के नशे में सीमा पार कर गया । जिसपर वहां की पुलिस ने उसे पकड़ लिया। सरबजीत के ऊपर बम धमाकों के आरोप लगाकर उसे भारतीय जासूस करार दे दिया। सरबजीत ने खुद को बेगुनाह बताया । पाकिस्तान की अदालत ने सरबजीत सिंह को फांसी की सजा सुनाई । जिसके बाद सरबजीत सिंह की बहन ने इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई और कानूनी लड़ाई लड़ी ।
बाद में इस घटना पर सरबजीत के नाम से फ़िल्म भी बनी जिसमे सरबजीत की भूमिका रणदीप हुड्डा ने निभाई और उनकी बहन की भूमिका प्रख्यात अभिनेत्री ऐश्वर्या राय ने ।