आज के दौर में टाइगर युवाओं के बीच काफ़ी फेमस हैं। वे अपने डांस और एक्शन के लिए जाने जाते हैं। एक पल के लिए सोचिए कि कल को कोई निर्देशक आके कहता है कि वो टाइगर से एक्शन नही करवाएंगे, डांस भी नही और ना ही कॉमेडी। वे टाइगर से सिर्फ एक्टिंग करवाएंगे और आपको वो भी उस किरदार में जो पैरालाइज्ड है।
क्या आप ऐसी फिल्म देखने जाएंगे जिसमे टाइगर आपको डांस करते नही दिखेंगे। कुछ लोग कहेंगे, शायद और बाकी लोग ना में सिर हिलाएंगे।
संजय भंसाली ने ‘गुज़ारिश’ में हृतिक को लिया
ऐसा ही कारनामा भव्य सेट बनाने के लिए मशहूर निर्देशक संजय लीला भंसाली ने कर दिखाया था। उन्होंने “साँवरिया” के फ्लॉप होने के बाद एक ऐसी कहानी सोची जिसमें लकवाग्रस्त व्यक्ति अदालत के सामने इच्छामृत्यु के लिए अपील करेगा। उन्होंने उस कहानी के लिए जिस अभिनेता को चुना, वह थे हृतिक रोशन। हृतिक रोशन अपनी पहली ही फ़िल्म से डांस स्टाइल के लिए दर्शकों के बीच फेमस हो चुके थे। लोग उन्हें पर्दे पर नाचते देख पागल हो जाते थे। धूम2 और जोधा अकबर में उन्हें एक्शन करते देखा जा चुका था। ऐसे में उन्हें अपने दर्शकों को थिएटर तक खींचकर लाने के लिए सिर्फ अपने अभिनय पर काम करना था।
इस कारण संजय भंसाली को कहा जाता है ज़िद्दी
संजय लीला भंसाली ऐसे निर्देशक हैं जो कहानी सोचने के साथ ही तय कर लेते हैं कि उस कहानी में किन्हें कास्ट करेंगे। वे नायक-नायिका की जोड़ी भी तय कर लेते हैं। वे मन में ठान लेते हैं कि अगर कोई अभिनेता फ़िल्म को मना करता है तो किसे ऑप्शन के रूप में रखेंगे। अगर उनके ऑप्शन्स भी फ़िल्म करने से मना कर देते हैं तो वे उस प्रोजेक्ट को ही बंद कर देते हैं।
सलमान और आलिया को लेकर बनाना चाह रहे थे ‘इंशाल्लाह’
पद्मावत की सफलता के बाद वे इंशाल्लाह नामक फ़िल्म सलमान के साथ बनाना चाहते थे। पटकथा के साथ विदेशों में शूटिंग के लोकेशन्स भी फाइनल किये जा चुके थे। लेकिन सलमान और संजय के बीच क्रिएटिव डिफरेंस होने के कारण बात नही बनी। सलमान के मना करने पर संजय ने प्रोजेक्ट ही बंद कर दिया। ये वही फ़िल्म थी जिसमें वे सलमान के साथ आलिया को हेरोइन के रूप में देख रहे थे।
तय कर लिया था कि फ़िल्म सिर्फ हृतिक-ऐश के साथ बनाएंगे
संजय ने बाजीराव-मस्तानी के रूप में सलमान-ऐश की जोड़ी को देखा था। जब वे प्रोजेक्ट में भिड़े तब तक सलमान और ऐश्वर्या के रिश्ते उतने अच्छे नही थे। तो उन्होंने फिल्म को दूसरे कास्ट के साथ बनाना छोड़कर बाजीराव को फ्यूचर के ऊपर डालना सहीं समझा।
ठीक इसी तरह उन्होंने तय कर रखा था कि वे ‘गुज़ारिश’ तभी बनाएँगे जब हृतिक और ऐश्वर्या दोनों हामी भरेंगे। ये उनकी ज़िद ही थी। अगर दोनों में से कोई एक मना करता तो वे इस प्रोजेक्ट को बंद कर देते। हृतिक-ऐश की जोड़ी इससे पहले धूम 2 और जोधा-अकबर के माध्यम से दर्शकों के दिलों में खास स्थान बना चुकी थी।
क़ाबिले तारीफ अभिनय के बावजूद हृतिक की गुज़ारिश रही थी फ्लॉप
गुज़ारिश को कला के नज़रिए से देखेंगे तो वह आला दर्जे की कृति थी। उसका विषय बेहद यूनिक था, कैमरा वर्क कमाल का था, बैकग्राउंड म्यूजिक उम्दा और ऐश्वर्या के कॉस्ट्यूम्स लाजवाब थे। सभी ने हृतिक के अभिनय की तारीफें की। फ़िल्म में उनका एक डांस सीक्वेंस भी था। फ़िल्म में कमियां भी थी। फ़िल्म फ्लॉप हुई और भंसाली को एक बार फिर निराशा मिली।
गुजारिश के पहले उसी महीने ऐश्वर्या की एक अन्य फ़िल्म हो चुकी थी फ्लॉप
गुज़ारिश 19 नवंबर 2010 को रिलीज हुई थी जिसमें उनके साथ आदित्य रॉय कपूर भी थे। इन दोनों ने अक्षय कुमार के साथ ‘एक्शन रीप्ले’ में काम किया था जो 5 नवंबर 2010 को रिलीज होके फ्लॉप घोषित हो चुकी थी। एक्शन रिप्ले एक कॉमेडी फिल्म थी जिसमें टाइम मशीन का तड़का लगाया गया था। इस फ़िल्म में आदित्य, अक्षय और ऐश्वर्या के बेटे बने हुए थे।