कहते हैं जब आपके पास पैसे आते हैं तो आपके शौक अपने आप महंगे होने लगते हैं. आप बड़ी बड़ी जगहों में आना शुरू कर देते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. आपको ये जानकर कैसा लगेगा की दुनिया का सबसे अमर जिसके पास बेशुमार दौलत थी वो चटाई में बैठकर खाना खाता था और उसकी कंजूसी का आलम ये था की 35 साल तक उसने एक ही टोपी पहनी।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं हैदराबाद रियासत की गद्दी पर बैठे सातवें निजाम मीर उस्मान अली की.
मेहमान की बुझाई सिगरेट पीता था-
निजाम मीर उस्मान अली इस अव्वल दर्जे का कंजूस था की अगर उसके महल में कोई मेहमान आए और वो सिगरेट पीकर बुझा दे तो निजाम उसे पीने लग जाता था. महल ने इतने सोने के बर्तन थे की दो सौ लोगों को उन बर्तनों में खाना खिला सकता था लेकिन कभी भी उसका इस्तेमाल नहीं किया।
हमेशा चटाई में बैठकर एक नार्मल प्लेट में खाना खाया करता था. 35 साल तक निजाम ने एक ही टोपी पहनी और वो टोपी देखने में बहुत भद्दी लगती थे. निजाम के पास कई सारे गाड़ियाँ थी और गाड़ियाँ दुनियाभर में मशहूर थीं लेकिन निजाम एक खटारा गाडी में चला करता था.
ट्रकों में भरे रहते थे सोने के बिस्किट-
निजाम की अमीरी का आलम ये था की उसके पास नीम्बू के आकार का एक हीरा था जिसका इस्तेमाल वो पेपर वेट के तौर पर किया करता था. निजाम के गैरेज में कई सारे ट्रक खड़े रहते थे जिनमें सोने के बिस्किट भरे हुए होते थे. आप खुद सोचिए इस आदमी के पास कितना पैसा रहा होगा।
चूहे कुतर जाते थे पैसा-
निजाम के पास उस समय लगभग 20 लाख पाउंड थे और निजाम इन पैसों को तहखानों में छिपाकर रखता था. इन्हें अख़बारों में लपेटकर रखने वाले निजाम के ये पैसे चूहे कुतर जाते थे. कई पाउंड पैसे चूहे कुतर गए थे.
शकी किस्म का था आदमी-
अब जिस आदमी के पास इतना पैसा होगा तो उसके पैसों पर और लोगों की नजर होना लाजमी है. निजाम को इस बात से बहुत डर लगता था की कोई उसे मार न दे. इसलिए निजाम अपने साथ कुहक लोग लेकर चलता था जो उसके खाने के पहले रोजाना खाने को टेस्ट करते थे और इसके बाद ही निजाम ये खाना खाता था.
निजाम एक गंदे से कमरे में रहता था जिसे साफ़ करने पर वहां से खूब हीरा जवाहरात निकलता था. निजाम के इस कमरे की सफाई सालभर में एक बार उसकी सालगिरह पर हुआ करती थी.