मुश्किलों से डरकर जो लोग अपना रास्ता बदल देते हैं और अपने सपनों को छोड़ देते हैं उन्हें जीवन में कुछ ख़ास हासिल नहीं होता है. वही अपने हालातों से लड़कर सपनों को पूरा करने की जिद रखने वाले लोगों के क़दमों में दुनिया होती है और पूरी दुनिया उनकी कहानी पढ़ती है. एक ऐसी ही कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं एक महिला की जिसके ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित किया। पति से तलाक का केस चल रहा है लेकिन अपने हौसले के दम पर मायके में रहते हुए उसने आईएएस की परीक्षा पास की और अपने सपने को पूरा किया।
दो बार सपना टूटा, मायके आकर फिर शुरू की तैयारी-
हम बात कर रहे हैं हापुड़ की रहने वाली शिवांगी गोयल की. शिवांगी एक सात साल की बच्ची की माँ हैं. शादी से पहले शिवांगी ने दो बार यूपीएससी की तैयारी की थी. इसके बाद जब उनका सलेक्शन दोनों बार नहीं हुआ तो घरवालों ने शादी करवा दी. शादी करके ससुराल गईं तो ससुरालियों ने तंग करना शुरू कर दिया। नौबत ससुराल छोड़ने की आ गई और शिवांगी अपनी बेटी के साथ मायके लौट आईं. मायके आकर पिता ने हिम्मत दी और कहा की जो करना है करो. शिवांगी ने सोचा की क्यों न अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए एक बार और मेहनत की जाए. शिवांगी पूरी ईमानदारी के साथ तैयारी में जुट गईं और यूपीएससी के एग्जाम में 177वीं रैंक हासिल की.
पति से चल रहा केस-
शिवांगी के ससुराल वाले उन्हें बहुत तंग करते थे इसलिए वो ससुराल छोड़कर मायके आ गईं और यही रहने लगीं लेकिन आज भी उनका तलाक का केस पति के साथ चल रहा है. शिवांगी उन महिलाओं में से हैं जो अपने अधिकार और सपनों के लिए लड़ना जानती है. शिवांगी का विषय सोशियोलॉजी था और बेटी की जिम्मेदारी के साथ-साथ वो लगातार अपनी तैयारी में भी ध्यान दे रही थीं. अब आज शिवांगी ने अपने संघर्ष के बल पर दुनिया को झुका दिया।
महिलाओं को दिया ख़ास सन्देश-
जिन महिलाओं के साथ ससुराल में अत्याचार होता है उनके लिए शिवांगी ने एक ख़ास सन्देश दिया है. शिवांगी ने कहा की अगर आपके साथ ससुराल में कुछ गलत होता है तो चुप मत रहिए। डरिए मत बल्कि सामने वाले को दिखा दीजिए की आप कुछ भी कर सकती हैं और अपने पैरों पर खड़े होकर अपने सपने को पूरा कर सकती हैं.
आज शिवांगी ने उस गाने को सच कर दिया ‘ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतकाम देखेगा’. यहाँ पर देखेगी नहीं देखेगा होगा है न.