आजादी के 75 साल बाद भी देश का एक वर्ग ऐसा है जिसे लोग उसकी जाति की वजह से प्रताड़ित करते हैं। उन्हें अनछुआ मानते हैं। कई बार ऊंची जाति के लोग अनुसूचित जाति के लोगों को बुरा-भला कहकर बेज्ज़त भी करते हैं।
शहरों में भले ही लोग साथ में रहते हैं लेकिन गांवों में आज भी स्थिति वही है। शिक्षा के अभाव में लोग कुछ जाति के लोगों को समान समझना बंद कर देते हैं। उनके अधिकारों का हनन करते हैं। उन्हें प्रताड़ित किया जाता है।
वक्त बदल रहा है
लेकिन धीरे-धीरे वक्त बदल रहा है। आज राजनीति से लेकर व्यापार तक हर जगह इन जातियों के लोगों भी आगे आ रहे है । कुछ हद तक लोगों की सोंच में बदलाव आना शुरु हो गया है। हालांकि, यह सबकुछ इतनी आसानी से नहीं हुआ है। इसके लिए इन जातियों ने खुद संघर्ष किया है। उन्होंने अपनी इज्जत और सम्मान की खातिर बलिदान का रास्ता खुद चुना है।
यूपी में हुआ जन्म
आज हम आपको ऐसे ही एक युवा के विषय में बताने जा रहे हैं जिसने अपनी जाति को ही ब्रांड बना दिया है।
हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के जौनपुर में जन्म लेने वाले सुधीर राजभर की। उन्होंने अपनी जाति को खोया हुआ सम्मान वापिस दिलाने के लिए अनोखा रास्ता अपनाया है।
जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर लोग उड़ाते थे खिल्ली
बता दें, सुधीर का जन्म यूपी के जौनपुर में ही हुआ था लेकिन उनकी परवरिश मुंबई में ही हुई। उनके पिता मुंबई में नौकरी करते थे। जब कभी सुधीर छुट्टियों में गांव लौटते थे लोग उन्हें जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करके संबोधित करते थे। यह बात सुधीर को अच्छी नहीं लगती थी।
हैंडमेड प्रोडक्ट्स का बिजनेस शुरु किया
धीरे-धीरे समय बीत गया, उन्होंने मुंबई के एक कॉलेज से ऑर्ट्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हांसिल की। इसके बाद उन्होंने एशिया के सबसे बड़ी बस्ती यानी कि धारावी में एक छोटी सी दुकान की शुरुआत की। इस दुकान में सुधीर ने अपने पैतृक काम यानी कि चमड़े का काम शुरु किया। उन्होंने ईको फ्रैंडली हैंडमेड बैग्स और बेल्ट बनाना शुरु किया।
‘चमार ब्रांड’
खास बात ये है कि उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स को अपनी जाति को प्रदर्शित करने वाले नाम के तहत लॉन्च किया है। सुधीर ने अपने ब्रांड का नाम ‘चमार ब्रांड’ रखा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस शब्द का इस्तेमाल करके लोग उन्हें चिढ़ाया करते थे आज उसी के नाम से लोग उन्हें पहचानते हैं। आज उनके ब्रांड के प्रोडक्ट्स यूपी, बिहार आदि राज्यों में प्रसिद्ध है।
विदेशों में होती है सप्लाई
जानकारी के अनुसार, चमार ब्रांड के इन प्रोडक्ट्स को विदेशों में भी पसंद किया जाता है। अभी तक सुधीर ने अपने हैंडमेड प्रोडक्ट्स की सप्लाई अमेरिका, जापान और जर्मनी में कर चुके हैं।
गौरतलब है, अपनी जाति को समाज की अन्य जातियों के बराबर सम्मान दिलाने के उद्देश्य से सुधीर ने चमार ब्रांड की शुरुआत की थी। यह ब्रांड आज अनुसूचित जाति की पहचान बन चुका है।