आमतौर लोगों को नींद से जुड़ी कई तरह की बीमारियां होती हैं। कभी किसी को खर्राटे लेने की आदत होती है तो किसी को नींद में चलने की बीमारी होती है। इन सभी बीमारियों का इलाज आज के ज़माने में संभव है।
लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब नींद की बीमारी से परेशान लोगों का जीना दूभर हो जाता है। आज हम आपको एक ऐसी बच्ची के विषय में बताने जा रहे हैं जो सोई तो 11 वर्ष की उम्र में थी लेकिन जब जागी तो 21 की हो चुकी थी।
गंभीर बीमारी से जूझ रही थी बच्ची
बता दें, यह अनोखा मामला आज से ठीक 150 साल पहले ब्रिटेन से सामने आया था। ब्रिटेन के टर्विले शहर की रहने वाली एलेन सैडलर एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। लेकिन इस बीमारी के विषय में किसी को कई नॉलेज नहीं थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलेन के पिता का देहांत उस वक्त हो गया था जब वह बहुत छोटी थी। उसकी मां ने अपने 11 बच्चों के लालन-पालन के लिए एक दूसरे शख्स से शादी कर ली थी। वह उन बच्चों को बड़े प्यार से रखता था। एलेन उम्र में काफी छोटी थी और सभी बच्चों में लाडली थी इसलिए सभी की जान उसमें ही बसती थी।
बार-बार उठाने पर भी नहीं उठी एलेन
एक दिन एलेन रोजमर्रा की तरह रात को खाना खाने के बाद सोने के लिए अपने बिस्तर पर चली गई थी। उस वक्त उसकी उम्र 11 साल थी। अगले दिन सुबह जब उसकी मां ने उसे उठाया तो वह उठी ही नहीं। वह मस्ती से सो रही थी। उसे उठाने के लिए कई तरह के प्रयास किए गए लेकिन वह नहीं उठी। घर वालों को चिंता सताने लगी, पहले तो उन्हें शक हुआ कि कहीं एलेन की नींद में मौत तो नहीं हो गई लेकिन जब उन्होंने गौर से देखा तो उसकी नब्ज़ चल रही थी और वह सांस ले रही थी।
वे उसे इसी हालत में डॉक्टर के पास लेकर गए। चिकित्सक भी इस तरह का केस पहली बार देखकर अचंभे में पड़ गए थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा कैसे हो सकता है। मासूम बच्ची इतनी गहरी नींद में कैसे सो सकती है?
बच्ची को देखने के लिए लगता था टिकट
धीरे-धीरे यह मामला पूरे ब्रिटेन में सुर्खियां बटोर रहा था। लोग बच्ची को देखने के लिए दूर-दूर से आने लगे थे। वे उसे शोर मचाकर उठाने की कोशिश करते लेकिन वह नहीं उठती। धीरे-धीरे एलेन के घरवालों ने उसे देखने के लिए टिकट का सिस्टम लागू कर दिया था। इससे उन्हें अच्छी आमदनी होती थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलेन की मां उसे नींद में ही दूध और दलिया जैसी चीज़े खिला-पिलाकर उसका ख्याल रखती थीं। एक साल बाद उसका जबड़ा भी बंद हो गया लेकिन उसकी मां ने हार नहीं मानी वे छोटे-मोटे छेदों से उसे भोजन खिलाती रहती थीं ताकि भूख से उसकी सोते-सोते मौत न हो जाए।
मां की मौत के बाद उठी एलेन
गौरतलब है, धीरे-धीरे कई साल बीत गए और सोते-सोते एलेन 21 वर्ष की हो चुकी थी। साल 1880 में उसकी मां की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इसके ठीक 5 महीने बाद जो हुआ उसका सभी को बेसब्री से इंतज़ार था।
6 बच्चों को दिया जन्म
लगातार 9 सालों तक सोने के बाद एलेन की आंखें खुल गई थीं और वह 21 वर्ष की हो चुकी थी। नींद की वजह से उसका दिमाग भी विकसित नहीं हो सका था। वह अपनी मां को याद करके बार-बार रोती थी। हालांकि, धीरे-धीरे उसने हालातों से समझौता करना शुरु किया और ठीक होने लगी। बताया जाता है कि बाद में एलेन की शादी कर दी गई थी और उसने 6 बच्चों को जन्म दिया था।
गौरतलब है, द स्लीपिंग गर्ल ऑफ टर्विले के नाम से मशहूर एलेन सैडलर की मौत साल 1901 में हुई थी। उस वक्त वह 6 बच्चों की मां थी। 1880 में ब्रिटेन के सुप्रसिद्ध डॉ. जेलिन्युआ ने एलेन की गहरी नींद की वजह का पता लगाने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया था कि 11 साल की उम्र में एलेन नार्कोलेप्सी नामक बीमारी से ग्रसित थी। जानकारी के अनुसार, इस बीमारी के तहत इंसान स्लीप पैरालिसिस का शिकार हो जाता है जिसकी वजह से वह चाहकर भी नहीं उठ पाता है।