पूर्व आईपीएस अधिकारी अभिताभ ठाकुर ने पिछले ढाई साल निलंबित आईपीएस ऑफिसर के निलंबन को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उंगली उठायी है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से निलंबित आईपीएस ऑफिसर और योगी आदित्यनाथ की फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि इस आईपीएस ऑफिसर को सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया गया है. क्योंकि उन्होंने गौरखपुर के बॉर्डर के पास हिंसा फैलाने के जुर्म में योगी आदित्यनाथ को गिरफ्तार कर लिया था.
पूर्व आईपीएस ऑफिसर ने ट्वीट कर योगी पर साधा निशाना
पूर्व आईपीएस ऑफिसर अभिताभ ठाकुर ने निलंबित ऑफिसर जसवीर की वकालत करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि, इस IPS ऑफिसर जसवीर सिंह को योगी आदित्यनाथ ने कायर अफसरों का इस्तेमाल करते हुए पिछले ढाई साल से बेहद सतही आरोपों में मात्र इस कारण निलंबित करके रखा है क्योंकि इसने किसी समय महराजगंज के एसपी रहते हुए एविडेंस के आधार पर आदित्यनाथ पर NSA की संस्तुति की थी. यह है उनके ”ठोक डालों” की हकीकत.
जानकारी के मुताबिक जसवीर सिंह को फरवरी 2019 में ड्यूटी से गायब रहने की वजह बताते हुए सस्पेंड कर दिया गया था. तब से वो एक सस्पेंडेड ऑफिसर है.
क्यों किया था जसवीर सिंह ने योगी को गिरफ्तार
साल 2002 के समय जब जसवीर सिंह महाराजगंज के आईपीएस ऑफिसर थे. तब उन्होंने योगी आदित्यनाथ को गिरफ्तार कर लिया था. उस समय योगी गौरखपुर के सांसद थे. योगी आदित्यनाथ के संगठन ‘हिंदू युवा वाहिनी’ पर गौरखपुर बॉर्डर पर हिंसा करने का आरोप लगा था. तब जसवीर सिंह ने सबूतों के आधार पर योगी आदित्य नाथ को गिरफ्तार कर लिया था. जिसके 2 दिन बाद मायावती सरकार ने उनका ट्रांसफर कर दूसरी जगह भेज दिया था.
जब योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता में आयी तबसे उन्हें साइड कर दिया गया. दरअसल ऑफिसर जसवीर सिंह ने योगी सरकार की अधिकारियों के ट्रांसफर नीति, एनकाउंटर नीति और सरकार नीति पर सवाल खड़े किये थे. आगे उन्होंने कहा था कि सरकार चाहती है कि अधिकारी उनके प्रति बफादार रहे. उनकी ये बात सरकार को खास पसंद नहीं आयी.