दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शुमार आईएएस की परीक्षा पास करना हर व्यक्ति का एक सपना होता है. ऐसे में अगर आपके गांव से कोई आईएएस बन जाए तो आपको गर्व महसूस होता है. सोचिए उस घर का माहौल कैसा होगा जिस घर से एक नहीं बल्कि दो-दो लड़कियां एक साथ आईएएस की परीक्षा पास करके अफसर बन जाएं।
हो सकता है आपको ये कोई फ़िल्मी कहानी लगे लेकिन ये सच में हुआ है. ये कहानी है दिल्ली की दो बहनों की जो एक साथ पढ़कर आईएएस बनीं।
साथ में की तैयारी-
दिल्ली के रहने वाले सुशील जैन की ख़ुशी का ठिकाना उस दिन नहीं रहा जब उनकी दोनों बेटियां एकसाथ आईएएस की परीक्षण में उत्तीर्ण हो गई. एक बेटी अंकिता जैन ने आईएएस की परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल की तो वही बेटी वैशाली ने 21वीं रैंक प्राप्त की. घर में एक साथ ख़ुशी के दो मौके आए थे क्योंकि दोनों बेटियां आईएएस की परीक्षा में पास हो गई थीं. पेशे से व्यापारी सुशील की दोनों बेटियों ने एक साथ इस परीक्षा की तैयारी की थी.
बनना तो आईएएस ही था-
अंकिता का सपना हमेशा से ही आईएएस बनने का था. दिल्ली से ही 12वीं तक पढ़ाई करने वाली अंकिता ने बीटेक की डिग्री ली और उसके बाद एक कंपनी में नौकरी करने लगीं। लेकिन अफसर बनने का सपना रखने वाले लोग कहाँ किसी की नौकरी कर पाएंगे। अंकिता का नौकरी में मन नहीं लगा और वो मन से आईएएस की तैयारी में जुट गईं.
2017 में आईएएस की तैयारी शुरू करने वाली अंकिता को इतनी आसानी से सफलता नहीं मिली। पहले प्रयास में असफल होने के बाद अंकिता को दूसरी बार परीक्षा में अच्छी रैंक नहीं मिली। इसी बीच DRDO में भी चयन हुआ लेकिन उनका मन वहां नहीं लगा. फिर IA&AS के लिए चयन हुआ लेकिन जाना तो वहां भी नहीं था. अंततः अंकिता ने सफलता हासिल करते हुए तीसरी रैंक प्राप्त कर ली.
अंकिता की छोटी बहन वैशाली जैन भी रक्षा मंत्रालय में अधिकारी थीं और दोनों ने साथ में परीक्षा दी. परीक्षा देने के बाद दोनों का चयन साथ में हुआ. जब रिजल्ट आया तो मानो जैसे भगवान ने दुनियाभर की सारी खुशियां सुशील जैन के झोले में डाल दी हों.
अंकिता और वैशाली आज समाज के लिए एक प्रेरणा बनकर सामने आईं हैं. हर कोई उन्हें आदर्श मान रहा है और उनकी इस सफलता से समाज में लड़कियों को आगे बढ़ने की हिम्मत मिलेगी। एक ही घर से आईएएस बनने वाली अंकिता जैन और विषैली जैन की माँ गृहणी हैं और उन्होंने हमेशा से ही बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है.