बॉलिवुड की सबसे सफल और लोकप्रिय अभिनेत्रियों में वैजयंती माला का नाम भी शुमार है. यूँ तो हर अभिनेत्री अपने एक्टिंग स्किल जानी जाती है लेकिन, वैजयंतीमाला ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने हिंदी सिनेमा में डांस की परिभाषा बदली थी, या यूँ कह दो की फिल्म जगत में डांस लेकर आयीं थी. अपने एक्टिंग से लेकर गानो पर बेहतरीन डांस के लिए यह अभिनेत्री मशहूर थीं.
13 साल की उम्र में किया था डेब्यू
वैजयंतीमाला का नाम एक मद्रासी परिवार से थीं, इनका जन्म 13 अगस्त 1931 में एक मद्रासी परिवार में हुआ था, इनके पिता का नाम एमडी रमन था और माँ वसुंधरा थीं. वैजयंतीमाला की माँ भी फिल्मजगत से जुड़ीं थी. कई फिल्मों में वे भी काम कर चुकीं थी जिसके चलते वैजयंती माला को करियर में सपोर्ट भी काफी मिला. अपनी पहली तमिल फिल्म वड़कई के साथ करियर की शुरुआत सिर्फ 13 साल की उम्र में कर दी थी. इसके बाद उन्होंने 1951 में हिंदी सिनेमा में कदम रखा है बॉलीवुड अपने नाम कर लिया.
भरतनाट्यम में माहिर थीं वैजयंती माला
अपनी ज़िंदगी में और करियर में एक्टिंग के साथ साथ डांस के लिए मशहूरर इस अभिनेत्री ने अपने पूरे करियर में 4 फिल्मफेयर अवार्ड्स अपने नाम किये. अभिनेत्री वैजयंतीमाला एक कलाकार के साथ साथ डांस में भी माहिर थीं, वे भरतनाट्यम और कर्नाटक शैली की गीतकार और डांस की टीचर भी रह चुकीं थी.
लगा था अफवाहों का मेला
अफवाह किसके लिए नहीं उढ़ाई जाती, वहीँ अगर आप कलाकार हैं तो अफवाहों का मेला लग्न कोई बड़ी बात नहीं. वैजयंती माला के साथ भी कुछ ऐसा ही था. इनका नाम कई अभिनेताओं के साथ जोड़ा गया था. अक्सर पर्दे पर वे जिस अभिनेता के साथ दिखतीं थीं लोग उसी अभिनेता के साथ उनका नाम जोड़ दिया करते थे. ऐसा ही वख्याय था जब उनका नाम बड़े दिग्गज कलाकारों के साथ जुड़ा था. पहले उनका नाम दिलीप कुमार के साथ जुड़ा जिसकी अफवाह आंधी की तरह फैली थी. इसके बाद उनका नाम अभिनेता राजकपूर के साथ जोड़ा गया था. कई अफवाहें भी सुन ने में आयी, ये खबर जब राज कपूर की पत्नी तक पहुंची तब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई. जिसके बाद राज कपूर और वैजयंतीमाला ककभी दोबारा पर्दे पर साथ नहीं दिखे.
टूट गई थी लोकप्रिय जोड़ी
राज कपूर और वैजयंती माला को एक साथ पर्दे पर फिल्म संगम में देखा गया था, जिसके बाद वे कभी साथ नहीं दिखे. हर कलाकार की ज़िन्दगी में कामयाबी की उछाल के बाद एक दौर नाकामयाबी का भी अत है, जो उठकर दोबारा चल दिया वही असल किरदार होता. ऐसा ही कुछ अभिनेत्री वैजयंती माला के साथ भी हुआ. राजकपूर के साथ जुड़ी टूट जाने पर उन्हें बुरे समय का सामना करना पड़ा था. अपने पीछे छोड़तीं हुई उन्होंने अपने करियर में दोबारा कदम रखा 1967 में ‘ज्वेल थीफ’ के साथ. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी.
डॉक्टर के प्यार में पड़ गयीं थी वैजयंती माला
वैजयंती माला को एक बार निमोनिया भी हुआ था, जिसका इलाज करवाने वे डॉ बाली के पास गयीं थी. डॉ बाली उन्ही के फैंस में से एक थे. अक्सर दोनों जब भी मिलते थे इलाज के साथ साथ और भी कई बातें हुआ करतीं थी. मरीज़ और डॉ का रिश्ता कब प्रेमी प्रेमिका में बदल गया कुछ पता ही नहीं चला. बाद में आगे चलकर 10 मार्च 1968 में दोनों कर ली, और उनका एक बीटा भी है.