गर्मियों के मौसम में तेज़ धूप इंसान का जीना दूभर कर देती है। ऐसे में व्यक्ति दो पल सुकून की हवा खाने के लिए तमाम इलेक्ट्रिक उपकरणों का सहारा लेता है। इनमें पंखा, कूलर, एसी आदि शामिल हैं।
लेकिन एक वक्त ऐसा आता है जब गर्मियों में पंखा और कूलर सब फेल हो जाते हैं। ऐसे में व्यक्ति का एकमात्र सहारा होता है एसी।
एयर कंडीशनर के नाम से प्रसिद्ध यह आधुनिक यंत्र लोगों को गर्मियों के सीज़न में ठंडक प्रदान करता है। इसकी कूलिंग क्षमता तपते कमरे को कुछ ही देर में ठंडा कर देती हैं।
यही वजह है कि गर्मियों के सीज़न में ज्यादातर घरों में एसी की खरीददारी शुरु हो जाती है। अगर आप भी इस गर्मी के सीज़न में एसी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
आज हम आपको एयर कंडीशनर से जुड़ी तमाम बारीक जानकारियां देने जा रहे हैं जिनके विषय में जानने के बाद आपको एसी की खरीददारी में सहायता मिलेगी।
सबसे पहले आपके लिए ये जानना जरुर है कि एसी दो प्रकार के होते हैं। पहला विंडो एसी और दूसरा स्प्लिट एसी। इन दोनों की अपनी-अपनी खासियत होती है। ये दोनों एक-दूसरे से कई मायनों में अलग होते हैं।
आज हम इन्हीं के विषय में बात करेंगे।
विंडो एसी
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि इस एसी को विंडो पर लगाया जाता है। इस एसी का उपयोग करने के लिए सबसे पहली शर्त ये होती है कि इसके साइज़ की एक विंडो या खिड़की बनवानी पड़ती है। उस खिड़की में इस एसी को कमरे के बाहर की तरफ फिट किया जाता है। आमतौर पर यह एसी एक टन का होता है जिसकी वजह से यह कमरे को धीरे-धीरे ठंडा करता है। यही वजह है कि इससे आपके बिजली बिल पर भी खास असर नहीं पड़ता है।
स्प्लिट एसी
विंडो एसी के मुकाबले इस तरह के एसी साइज़ में काफी बड़े और चौंड़े होते हैं। इनमें कमरे को जल्दी ठंडा करने की क्षमता अधिक होती है। ये एसी दो टन से ज्यादा के होते हैं। इनमें आवाज़ की दिक्कत नहीं होती है, इनका कंप्रेसर काफी धीमी ध्वनि के साथ कमरे को ठंडा करता है जबकि विंडो एसी काफी तेजी से आवाज़ करते हैं।
कीमत की यदि बात की जाए तो स्प्लिट एसी विंडो के मुकाबले काफी महंगे पड़ते हैं और ये बिजली की खपत भी अधिक करते हैं।
ऐसे में हमारी तो सलाह यही है कि अगर आपका बजट सीमित है तो आप विंडो एसी ही खरीदें। इससे आपकी जेब पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और ठंडक भी भरपूर मिलेगी।